अलग-अलग शहरों से पालूत कुत्तों द्वारा लोगों को काटे जाने और हमला करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं.
पालतू कुत्तों के काटने की घटनाओं पर नगर निगम और सोसाइटी सख्त, बनाए जा रहे ये ‘कड़े नियम’गाजियाबाद. देश के अलग-अलग शहरों से पालूत कुत्तों द्वारा लोगों को काटे जाने और हमला करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. हाल ही में एक मामला गाजियाबाद की चार्म्स कैसल सोसाइटी की लिफ्ट में मासूम छात्र को काटने का सामने आया था. इसके बाद गाजियाबाद नगर निगम ने पालतू कुत्तों को लिफ्ट में लाने- ले जाने को लेकर सख्त आदेश जारी किए हैं.
इतना ही नहीं गाजियाबाद निगम ने इस घटना पर गंभीर संज्ञान लेते हुए कुत्ता मालकिन पूनम चंदोक पर 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. निगम की जांच में पता चला है कि इस कुत्ते का रजिस्ट्रेशन नहीं था. इस जुर्माना राशि को अदा नहीं करने की स्थिति में कुत्ता जब्त करने की चेतावनी भी दी है.
इस बीच देखा जाए तो चार्म्स कैसल सोसायटी की लिफ्ट में पालतू कुत्ते के बच्चे को काटने की घटना के बाद राजनगर एक्सटेंशन की अन्य सोसायटियों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया है. हाई एंड पैराडाइज और गौर कास्केड सोसायटी के रेजिडेंट्स ने तो लिफ्ट में कुत्ते को लाने-ले जाने पर रोक लगा दी है. इसके लिए उन्होंने नोटिस चस्पा कर दिया है. कुत्ते को टहलाने के लिए भी सोसायटी में गाइडलाइन जारी कर दी गई है.
इस गाइडलाइंस के मुताबिक कुत्तों को लिफ्ट में लाने-जाने की सिर्फ उस स्थिति में अनुमति होगी जब उसमें कोई अन्य व्यक्ति न हो. उन्होंने बताया कि फ्लैट से बाहर कुत्ते को ले जाने के दौरान उसके मुंह पर मजल कवर लगाना जरूरी होगा. उन्होंने सोसायटी में कुत्ता पालने वाले निवासियों से 10 सितंबर तक नगर निगम में उनका रजिस्ट्रेशन कराने और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की कॉपी सोसायटी के मेंटेनेंस ऑफिस में जमा कराने के भी निर्देश दिए हैं.
इस हादसे के बाद चार्म्स कैसल सोसाइटी की ओर से भी नोटिस जारी किया है और कुत्ता मालिकों को लिफ्ट के खाली होने की स्थिति में उसको लाने ले जाने की अनुमति दी है. अगर खाली नहीं हो तो थोड़ा इंतजार करने को कहा गया है. कॉमन एरिया में डॉग अगर गंदगी करता है तो उसे मालिक को साफ करना होगा.
इसके अलावा गाजियाबाद नगर निगम की ओर से आंकड़ा दिया गया है कि कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराने की फीस 200 रुपए कर दी गई है. इसके बाद इसकी संख्या सिर्पु 2385 है. इसके साथ ही नगर निगम इस पर ही सख्त है कि जिनके पास कुत्ता है उन्होंने रजिस्ट्रेशन क्यूं नहीं करवाया है. इस सब का पता लगाने का काम भी किया जा रहा है.