जानिए शिंदे और ठाकरे गुट में फिर ठनी कौन करेगा मुंबई के शिवाजी पार्क पर शिवसेना की दशहरा रैली

 जानिए अब शिवसेना के उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे गुट के बीच एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. अब तक यह परंपरा रही है कि हर साल के शिवाजी पार्क में जानिए शिवसेना  की भव्य दशहरा रैली होती है. इस रैली के भाषण की साल भर चर्चाएं होती हैं. पिछले दो सालों से कोरोना की वजह से यह रैली शिवाजी पार्क में नहीं हुई. अब शिवाजी पार्क में भाषण कौन देगा सीएम एकनाथ शिंदे या उद्धव ठाकरे? यह तो तभी तय होगा ना जब यह तय होगा कि असली शिवसेना किसकी?
दरासल लेकिन यह तो सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग तय करेगा. तब तक यह मामला तूल पकड़ेगा कि शिवाजी पार्क में भाषण उद्धव ठाकरे देंगे या सीएम एकनाथ शिंदे.एक मिसाल के तौर पर समझिए तो प्रधानमंत्री के लालकिले के भाषण की जो देशवासियों के लिए अहमियत है वही शिवसैनिकों के लिए शिवाजी पार्क से पार्टी प्रमुख के भाषण की अहमियत है. इसलिए इस मुद्दे पर शिंदे और ठाकरे गुट के बीच जम कर रस्सीखेंच होने वाली है.

शिवाजी पार्क में वही दहाड़ेगा पार्टी प्रतीक ‘शेर’ पर जो गुट कब्जा मारेगा,  

दो दिनों पहले ही उद्धव ठाकरे ने ना सिर्फ यह घोषणा कर दी है कि इस साल वे शिवसेना की शिवाजी पार्क की रैली में जमकर गरजेंगे बल्कि पार्क में सभा के लिए परमिशन के लिए बीएमसी में अप्लिकेशन भी दे दिया है. लेकिन राज्य में अब शिंदे सरकार है और शिंदे गुट यह चाहता है कि शिवाजी पार्क में सीएम एकनाथ शिंदे अपना भाषण करें. शिवसेना का चुनाव चिन्ह जहां धनुषबाण है तो पार्टी का प्रतीक बाघ है. शिवसेना के झंडे में बाघ की आकृतियां उकेरी हुई रहती हैं. सवाल यहां आकर अटक गया है कि मुंबई के शिवाजी पार्क पर किसका शेर दहाड़ेगा, तो भई, उसी का शेर दहाड़ेगा चो इसको पालतू बना लेगा, यानी शिवसेना पार्टी पर जिस गुट का हक साबित होगा. यह तय सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग करने वाला है. तब तक दोनों गुटों में टशन चलने वाला है.

अब जो शिवाजी पार्क का मैदान मारेगा बीएमसी चुनाव में कौन मैदान मारेगा  

मुंबई महानगरपालिका का चुनाव करीब है. पिछले 25 सालों से इस पर शिवसेना का कब्जा है. लेकिन अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि शिवसेना पर किसका कब्जा है? जो इस कब्जे की लड़ाई में जीत गया मुंबई की जनता तो उसे ही शिवसेना मानेगी. ऐसे में मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को सीएम शिंदे संबोधित करेंगे या उद्धव ठाकरे, इसे लेकर मुंबईकरों और शिवसैनिकों के मन में उत्सुकता रहेगी.

 जानिए 5 अक्टूबर को है दशहरा, नियम कौन तय करेगा

5 अक्टूबर को दशहरा है. आज शनिवार, 27 अगस्त डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तो फिलहाल यही कहा है कि किसको परमिशन दिया जाए, यह तो नियमों को देख कर ही तय किया जाएगा. लेकिन नियम तो सुप्रीम कोर्ट या चुनाव आयोग ही तय कर सकते हैं. सीधी बात तो यही है शिवसेना पर इन दोनों ने जिनका हक सही बता दिया, रैली का हक उसको मिलेगा. लेकिन अगर तब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं होता है तो नियम कौन तय करेगा? सवाल खड़ा है. विवाद तूल पकड़ रहा है.

 

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