जिसको लेकर जर्जर सरकारी भवनों में चल रहे कार्यालय के कर्मचारी इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं.
up में इन दिनों लगातार हो रही बारिश के चलते जर्जर भवन गिर रहे हैं. जिसको लेकर जर्जर सरकारी भवनों में चल रहे कार्यालय के कर्मचारी इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं. ऐसा ही एक कार्यालय भदौरा ब्लाक परिसर में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग का कार्यालय है. जहां से ब्लॉक के लिए पुष्टाहार से संबंधित योजनाओं का संचालन किया जाता है, लेकिन यहां के कर्मचारी जर्जर भवन होने के चलते डर के साए में नौकरी करने को मजबूर हैं.
जर्जर हालत में है भवन
प्रदेश सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के रुपये दे रही हैं, लेकिन सेवराई तहसील मुख्यालय से सटे विकासखंड भदौरा के प्रांगण में स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय भदौरा के अधिकारियों और कर्मचारियों के रहने के लिए अपना आवास, शौचालय और पीने के लिए एक हैंड पाइप तक भी उपलब्ध नहीं है.
साथ ही कार्यालय के लिए अपना भवन तक उपलब्ध नहीं है. विकासखंड के जर्जर भवन में वर्षों से बाल विकास परियोजना का कार्यालय चलाया जा रहा है. जहां पूरे भदौरा ब्लाक के महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी आती हैं. जिनके लिए एक शौचालय तक भी उपलब्ध नहीं है. भवन जर्जर पड़ा हुआ है. पीने के लिए हैंड पाइप तक की व्यवस्था नहीं है.क्या कहा जिलाधिकारी ने?
अब पूरे मामले पर जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि वह भवन ब्लॉक का है और ब्लॉक के द्वारा और वह भवन उन्हें आवंटित किया गया है, जिसमें उनका कार्यालय चलता है. जिलाधिकारी ने स्वीकार किया कि बरसात के दिनों में कार्यालय में सिडन आ जाती है. इस का स्टीमेट बनाया गया है ताकि उसकी मरम्मत कराई जा सके और उस बजट को शासन से मांगा जा सके इसके अलावा नए भवन के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है और बजट आते ही नया भवन ब्लॉक परिसर में बनाया जाएगा.