जौनपुर। समाजसेवा के कार्यो में लगे रहने वाले समाजसेवी राजेश कुमार ने रविवार को पुनः एक अर्द्धविक्षिप्त महिला को पुलिस के सहयोग से वन स्टॉप सेंटर पर भेजवाया
जौनपुर। समाजसेवा के कार्यो में लगे रहने वाले समाजसेवी राजेश कुमार ने रविवार को पुनः एक अर्द्धविक्षिप्त महिला को पुलिस के सहयोग से वन स्टॉप सेंटर पर भेजवाया
शैलेश कुमार की रिपोर्ट…..
समाजसेवी राजेश ने बताया कि रविवार की रात्रि करीब 11:30 बजे जनपद के वरिष्ठ पत्रकार दीपक श्रीवास्तव ने फोन करके बताया कि एक अर्ध विक्षिप्त महिला पॉलिटेक्निक चौराहे के पास सड़क पर इधर उधर टहल रही है और वह अपना नाम पता सही तरीके से नहीं बता पा रही है। जैसे ही मुझको पता लगा उस महिला की मदद के लिए निकल पड़ा।
वहां पहुंच करके उन्होंने देखा कि वह महिला सड़क पर इधर-उधर भाग रही है, राजेश ने उस महिला से बातचीत करना चाहा लेकिन वह महिला अपने बारे में सही सही बताने में अक्षम थी और उसके बाएं पैर में घाव भी लगा हुआ था और हाथों और पैरों में सूजन थी।
समाजसेवी अपनी गाड़ी पर बैठा कर के उसको कोतवाली ले जाना चाह रहे थे लेकिन अर्ध विक्षिप्त होने के नाते वह गाड़ी पर बैठने के लिए तैयार नहीं थी और वह नंगे पांव थी ठीक से चल नहीं पा रही थी। तब भी वह डर के कारण इधर-उधर इसी तरह से भागदौड़ सड़क पर कर रही थी,
समाजसेवी ने देखा कि उसके पैरों में चप्पल नहीं है तो समाजसेवी ने अपना चप्पल निकाल कर के उस महिला को दे दिया और जब समाज सेवी को लगा कि उसको अकेले कोतवाली ले जाना संभव नहीं है तब उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर फोन किया तो कुछ देर बाद पुलिस वाले आए लेकिन सभी पुलिस वाले पुरुष वर्ग के थे, इसलिए उस महिला को गाड़ी में बैठा ना पुरुष वर्ग के लिए संभव नहीं था
और हम सब उसको एक सुरक्षित जगह बैठाना चाहते थे जिससे वहां से उसको हम वन स्टॉप सेंटर भेज सकें, लेकिन महिला अर्ध विक्षिप्त होने के नाते बीच सड़क पर और इधर उधर गाड़ियों के सामने भाग रही थी, फिर महिला कॉन्स्टेबल के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद उसको गाड़ी में बैठाया गया,
वह गाड़ी में बैठने के लिए तैयार नहीं हो रही थी और बहुत तेजी तेजी चिल्ला रही थी, फिर महिला पुलिस की गाड़ी से उसको कोतवाली थाने लाया गया और वहां से विधिक लिखा पढ़ी के साथ करंजकला ब्लॉक ई स्थित वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। इस पूरे विशेष अभियान में नितेश पांडेय व सागर सहित स्थानीय लोगों का सहयोग रहा।