नए मेंटेनेंस पैकेज में नई क्षमताएं, हथियार या कोई गोला बारूद शामिल नहीं होगा. भारत और अमेरिका का टू प्लस टू डायलॉग 7 सितंबर को हुआ था
जबकि अमेरिका ने कहा है कि नए मेंटेनेंस पैकेज में नई क्षमताएं, हथियार या कोई गोला बारूद शामिल नहीं होगा. भारत और अमेरिका का टू प्लस टू डायलॉग 7 सितंबर को हुआ था. जब यह बैठक चल रही थी तभी अमेरिका ने कांग्रेस के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसमें पाकिस्तान के F-16 विमानों को मरम्मत पैकेज देना शामिल था. अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी गतिविधियों में एक बड़ा सहयोगी है. पहले से चली आ रही नीति के हिसाब से अमेरिका बेचे गए हथियारों की मरम्मत के लिए काम करेगा.
भारत का मानना है कि पाकिस्तान के F-16 बेड़े का लक्ष्य भारत है. भले ही इसमें से कुछ विमान संचालन में नहीं हैं. भारत को इस बात पर भी आश्चर्य है कि चीन के साथ अपने रक्षा संबंधों में कोई कटौती किए बगैर पाकिस्तान को इस तरह का अमेरिकी समर्थन कैसे मिल रहा है! ये अटकलें भी हैं कि अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को मारने के लिए पाकिस्तान के हवाई इलाके के उपयोग की मंजूरी देने के कारण ही पाकिस्तान को यह पैकेज मिला है. जबकि पाकिस्तान ने तालिबान के इस आरोप से हमेशा इनकार किया है.