राष्ट्र की प्रगति के लिए पत्रकार का जागरूक और जागृत होना जरूरी – डा.लखेन्द्र ||
राष्ट्र की प्रगति के लिए पत्रकार का जागरूक और जागृत होना जरूरी – डा.लखेन्द्र ||
मीडिया राजनीतिज्ञों की प्राण-नगर पंचायत अध्यक्ष
बैंकिंग सुविधाओं के लिए बिचौलिये के बजाए सीधे मैनेजर से मिलें – एलडीएम ||
चंदौली में ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के लिए एक दिवसीय वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन ||
40 से अधिक पत्रकारों ने लिया हिस्सा ||
(सन्तोष कुमार सिंह)
चंदौली :- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), वाराणसी की ओर से ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन चंदौली में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया था। दिनांक 31 दिसंबर 2021 को स्थानीय महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में चंदौली जिले के विभिन्न कस्बों से 40 से ज्यादा पत्रकारों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला का प्रारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष रविन्द्र गौड़, विधायक प्रतिनिधि विद्यासागर गुप्ता, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डा. बाला लखेन्द्र, प्राचार्य डा.रामचन्द्र शुक्ल, बाल विकास की जिला समन्वयक रंजन श्रीवास्तव के दीप प्रज्वलन के पश्चात प्रारंभ हुआ। कार्यशाला को संबोधित करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डा. बाला लखेन्द्र ने फर्जी खबर को समाज के लिये बहुत बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जितना समय किसी खबर को फारवर्ड करने में लगता उससे कम समय उसकी सत्यता जांचने में लगता है। इसलिए सही और अच्छी खबरें भेज समाज और देश के कल्याण में सहायक बनें। डा. लखेन्द्र ने कहा कि पत्रकार जागरूक और जागृत होगा तो राष्ट्र उतनी ही गति से प्रगति की ओर अग्रसर होगा।
नगर पंचायत अध्यक्ष रविन्द्र गौड़ ने कहा कि मीडिया राजनीतिज्ञों की प्राण है। ईश्वर उसे इतना बल प्रदान करे कि वह निर्भयता पूर्वक सच्ची वह अच्छी पत्रकारिता कर सकें। उन्होंने सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण बताया।
विधायक प्रतिनिधि विद्यासागर गुप्ता ने पीआईबी को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की सूचना मीडिया तक पहुंचाने में संस्था सेतु के रूप में कार्य करती है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की ब्लॉक में स्थिति पर प्रकाश डाला।
चंदौली जिले के लीड बैंक प्रबंधक श्री शंकर सावंत ने कहा कि आम लोगों के विकास के लिए बैंकिंग से जुड़ी कई योजनाएं चलाई जा रही है। जरूरतमंद लोगों तक लाभ पहुंचे इसके लिए सभी बैंक प्रयासरत हैं। कई बार ऐसा होता है कि लोग बिचौलिये के फेर में पड़कर बैंकिंग को लेकर गलत धारणा बना लेते हैं। इससे बचने की जरूरत है और बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेने के लिए सीधे बैंक मैनेजर से मिलने की हिदायत दी।
बाल विकास के जिला समान्यक रंजना श्रीवास्तव ने बच्चों से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि इस कोविड काल के ऐसे बच्चे जिन्होंने अपने माता पिता को खो दिया, उनके लिए ये योजना लाई गई है। अगर आपको ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी है तो विभाग को जरूर बताएं एफओबी वाराणसी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी डा. लालजी ने कहा की सरकारें जनता की बेहतरी के लिए विभिन्न योजनाएं बनाती हैं और उन्हें जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम पत्रकार लोग बनते हैं।
शिक्षिका व स्काउट व गाइड की समान्यक अंजू सिंह ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के साथ महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही योजनाओं और उसकी स्थितियों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पत्रकार आनंद सिंह ने विकास एवं ग्रामीण पत्रकारिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जनपद की समस्याओं से जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अवगत कराया। वरिष्ठ पत्रकार ने राजीव गुप्ता ने मीडिया क्षेत्र में संवाददाताओं की परेशानी को बखूबी उकेरा। कहा कि संस्थाएं पत्रकारों का शोषण बंद कर दे तो सच्ची और अच्छी पत्रकारिता का संप्रेषण ठीक प्रकार से हो सकेगा। वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी मिश्रा ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में उसी व्यक्ति को आना चाहिए। जिसको भाषाई ज्ञान व सच लिखने का माद्दा हो। वरिष्ठ पत्रकार और डीडी न्यूज चंदौली के संवाददाता मनोज त्रिपाठी ने ग्रामीण पत्रकारिता और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने पत्रकारिता में त्रुटियों का ध्यान रखने व शब्दों के चयन की जानकारी के लिए पत्रकार को जागरूक किया।
मंच संचालन डीएफपी वाराणसी के एफपीओ डा. लालजी, मंत्रालय एवं पसूका के बारे में प्रस्तुतीकरण और अतिथियों का स्वागत पत्र सूचना कार्यालय के मीडिया एवं संचार अधिकारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री प्रशांत कक्कड़ ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने पसूका वाराणसी के सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा, रजत कुमार और बीरबल पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।