सेक्सटॉर्शन – तीन लाख की ठगी, आरोपित ने खुद को बताया CBI साइबर सेल का कर्मचारी… पढ़ी खबर। Online cyber fraud case news #sextortion

सेक्सटार्शन न्यूज़ – जाल में फंसाकर सेक्टर-50 स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाले व्यक्ति के साथ तीन लाख 28 हजार 699 रुपये की ठगी होने का मामला सामने आया है। जालसाजों को रकम देने के लिए पीड़ित को अपने दोस्त से 70 हजार रुपये उधार भी लेने पड़े। पीड़ित ने मामले की शिकायत सेक्टर-49 कोतवाली पुलिस से की है। पुलिस ने दो आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
यह है पूरा मामला
पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-50 स्थित एक अपार्टमेंट निवासी व्यक्ति ने बताया कि बीते चार दिसंबर को उनके मोबाइल पर रात सवा एक बजे अनजान नंबर से वीडियो काल आया। काल उठाते ही दूसरी तरफ काल पर मौजूद युवती ने अपने कपड़े उतारने प्रारंभ कर दिए। एक मिनट से कम अवधि की वीडियो काल जबतक पीड़ित ने काटी तबतक ट्रैप में फंसाने के तहत जालसाजों ने उसे रिकार्ड कर लिया। इसके बाद वीडियो में दिख रही युवती ने वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी देते हुए पीड़ित से पैसे की मांग की। पीड़ित ने संबंधित नंबर को ब्लाक किया और वीडियो को डिलीट कर दिया।
पांच दिसंबर को राम पांडेय नाम के व्यक्ति ने पीड़ित के पास फोन किया और खुद को सीबीआई साइबर सेल का कर्मचारी बताते हुए युवती द्वारा इस मामले में केस दर्ज कराने की जानकारी दी। राम ने इस दौरान यूट्यूब के एक कर्मचारी राहुल शर्मा का नंबर दिया और वीडियो डिलीट कराने के लिए उससे बात करने की बात कही। पीड़ित ने राहुल शर्मा को फोन किया तो उसने वीडियो अंडरप्रोसेस होने की जानकारी दी।
वीडियो को हटाने के लिए राहुल ने पीड़ित से 20 हजार 500 रुपये की मांग की और बाद में 20 हजार रुपये वापस करने को भी कहा। एक बार पैसे देने के बाद जालसाजों की मांग बढ़ती गई और कई बार में आरोपितों ने पीड़ित से कुल तीन लाख 28 हजार रुपये वसूल लिए। जब और पैसे की मांग की गई तो पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ और उसने मामले की शिकायत संबंधित कोतवाली पुलिस से की।
मेवात गिरोह का हाथ
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि इस प्रकार की वारदात मेवात गिरोह के जालसाजों द्वारा की जाती है। शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव ने कहा कि देर रात अगर कोई अनजान युवती वीडियो काल करें तो उसे रिसीव न करें। रिकार्डेड वीडियो को हथियार बनाकर मेवात गिरोह के जालसाज ठगी की घटना को अंजाम देते हैं। बदनामी के डर से लोग इसकी शिकायत भी करने से डरते हैं।