एनडीए को बड़ा झटका, मढ़ौरा से लोजपा रामविलास प्रत्याशी सीमा सिंह का नामांकन रद्द
चार उम्मीदवारों के नामांकन खारिज, अब सीधा मुकाबला RJD और जनसुराज के बीच
मढ़ौरा (बिहार), 18 अक्टूबर:
बिहार विधानसभा की मढ़ौरा सीट पर आगामी उपचुनाव से पहले एनडीए गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रत्याशी सीमा सिंह का नामांकन त्रुटिपूर्ण होने के कारण रद्द कर दिया गया है। सीमा सिंह को पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने मढ़ौरा से मैदान में उतारा था और उन्हें एक मज़बूत उम्मीदवार माना जा रहा था।
नामांकन रद्द होने की पुष्टि जिला निर्वाचन कार्यालय (डीपीआरओ) द्वारा जारी की गई एक आधिकारिक विज्ञप्ति में की गई है। इस विज्ञप्ति के अनुसार, सीमा सिंह के नामांकन पत्र में तकनीकी खामियां पाई गईं। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, सीमा ने फार्म A में अपनी पार्टी का नाम “LJPR” (Lok Janshakti Party – Ramvilas) लिखा था, जबकि फार्म B में “निर्दलीय” उम्मीदवार के तौर पर उल्लेख किया गया था। इस असंगति के कारण उनका नामांकन अमान्य घोषित कर दिया गया।
कौन हैं सीमा सिंह?
सीमा सिंह भोजपुरी फिल्म जगत की जानी-मानी अभिनेत्री हैं और अपने आइटम सॉन्ग्स के लिए प्रसिद्ध रही हैं। राजनीति में भी उन्होंने अपनी पहचान बनाई है और फिलहाल लोजपा रामविलास की प्रदेश युवा महासचिव हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भी वे चर्चा में रही थीं, जब आचार संहिता उल्लंघन के मामले में उनके खिलाफ शेखपुरा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उन्होंने बिना सरकारी अनुमति के एक होली मिलन समारोह आयोजित किया था जिसमें भारी भीड़ उमड़ी थी।
सिर्फ सीमा ही नहीं, और भी नामांकन रद्द
सीमा सिंह के अलावा मढ़ौरा से तीन और प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं। इनमें निर्दलीय अल्ताफ आलम राजू, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के आदित्य कुमार और निर्दलीय विशाल कुमार शामिल हैं।
अल्ताफ आलम राजू पूर्व में जदयू के सारण जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और मढ़ौरा से टिकट के प्रबल दावेदार थे। लेकिन जब यह सीट लोजपा रामविलास के खाते में चली गई, तो उन्होंने निर्दलीय के रूप में नामांकन किया था। अब उनका भी नामांकन रद्द हो गया है।
अब सीधा मुकाबला: राजद बनाम जनसुराज
नामांकन प्रक्रिया में बड़े उलटफेर के बाद मढ़ौरा सीट पर अब मुकाबला सिर्फ दो प्रमुख प्रत्याशियों के बीच सिमट गया है:
- राजद (RJD) के जितेंद्र कुमार राय – वर्तमान विधायक और बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पार्टी और क्षेत्र में इनका मजबूत जनाधार माना जाता है।
- जनसुराज पार्टी के नवीन कुमार सिंह उर्फ अभय सिंह – एक उभरते हुए नेता, जिन्होंने स्थानीय मुद्दों को लेकर लोगों के बीच अच्छी पकड़ बनाई है।
राजनीतिक विश्लेषण
सीमा सिंह का चुनाव से बाहर हो जाना एनडीए के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। वह न केवल फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी एक लोकप्रिय चेहरा थीं, बल्कि मढ़ौरा में उनकी पकड़ भी मानी जा रही थी। एनडीए अब इस सीट पर बिना अधिकृत उम्मीदवार के रह गया है, जिससे राजद को सीधे तौर पर लाभ मिल सकता है।
निष्कर्ष
मढ़ौरा उपचुनाव का मुकाबला अब और अधिक रोचक हो गया है। जहां एक ओर राजद अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश करेगा, वहीं जनसुराज एक नई राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने को बेताब है। ऐसे में मढ़ौरा की जनता का फैसला अब सीधे इन दो चेहरों के बीच होगा

