कंझावला केस : आज होगा अंजलि का अंतिम संस्कार, घरवाले लगा रहे गुहार।
नई दिल्ली – दिल्ली के कंझावला में नए साल की देर रात 20 वर्षीय अंजलि की स्कूटी को बलेनो कार से टक्कर मारने के बाद उसके शव को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था। दिल्ली पुलिस की फॉरेंसिक और क्राइम टीम ने सोमवार को अंजलि के परिजनों के सामने जांच की। उन्हें कार के निचले हिस्से से अंजलि के शव के अवशेष मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए ले लिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक और क्राइम टीम को जांच के लिए बुलाया गया था। टीम ने घटनास्थल से लेकर जौंती गांव तक सड़क का दौरा किया और सबूत जमा किए। इसके बाद अंजलि की मां-मामा के सामने कार की जांच की गई। इसमें अगले पहिए और निचले हिस्से में कपड़े और मानव अंग के अवशेष मिले हैं। इसमें खून के छींटे और कुछ मांस भी हैं। फॉरेंसिक टीम ने सभी को जमा कर डीएनए जांच के लिए भेज दिया है। करीब तीन घंटे तक कार के भीतर की जांच की गई। सबूत जमा किए।
दुष्कर्म की संभावना से किया इनकार
हालांकि, कार के अंदर पुलिस टीम को कुछ ऐसा नहीं मिला जो अंजलि से संबंधित हो। पुलिस अधिकारी ने दुष्कर्म की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि अभी तक की जांच में यह दुर्घटना है।
सुल्तानपुरी थाने की पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर घटना के वक्त कार में सवार दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्णन (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार कर लिया है।
बाहरी जिला पुलिस पूरी घटना की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच में सामने आया है कि शनिवार रात करीब 11.50 बजे आरोपियों की कार पी वन ब्लॉक में अंदर गई थी। पुलिस का मानना है कि घटना के बाद चालक कार लेकर भागा था। करीब दो घंटे बाद दो बजे कार दोबारा बाहर निकली। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में इलाके में दो घंटे तक रुकने का कारण भी पूछ रही है।
शव का अंतिम संस्कार होगा आज
अंजलि के शव का देर शाम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज स्थित शवगृह में पोस्टमॉर्टम कर दिया गया। लेकिन, शव की हालत देखते हुए परिजन उसे घर लेकर नहीं गए। मंगलवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंजलि के मामा प्रेम ने बताया कि घटना के बाद से उनकी बहन रेखा की हालत खराब हो गई है। प्रेम और आसपास के लोगों की उपस्थिति में डॉक्टरों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। प्रेम ने बताया कि अंजलि की हत्या हुई है और रिपोर्ट में यह बात जरूर आएगी। अब दोषियों को सजा दिलाने के साथ साथ परिवार की आर्थिक सहायता भी जरूरी है।