कमीशन खोरी के चक्कर में पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सेंटरो को लिखी जा रही है पर्चा गेट से भीतर तक दलालों के चंगुल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
पीएचसी मुंगरा बादशाहपुर में दलालों का लग रहा है जमावड़ा-
कमीशन के चक्कर में बाहर से लिखी जा रही है दवाएं-
कमीशन खोरी के चक्कर में पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सेंटरो को लिखी जा रही है पर्चा
गेट से भीतर तक दलालों के चंगुल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
संवाददाता- विक्की कुमार गुप्ता
मुंगरा बादशाहपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुंगरा बादशाहपुर में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे किए जा रहे हैं। और पर्याप्त दवाई की भी बात कही जा रही है, लेकिन हकीकत उनकी पोल खोल रही है।
पीएससी में तैनात कुछ चिकित्साधिकारी खुले आम मरीजों को मेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सहित नर्सिंग होम का नाम बता कर बाहर की दवाएं व अन्य उपचार कराने के लिए पर्चे लिखे जा रहे हैं।
शनिवार को मुंगरा बादशाहपुर पीएचसी पर ऐसा ही देखने को मिला। हाथ में दवा की पर्ची लिए कुछ पीड़ितों को अस्पताल के बाहर मेडिकल स्टोर की तरह जा रहे थे।
पूछने पर पीड़ितों ने कहा कि डॉक्टर साहब ने दवा लिखी है और कहा कि दवा लेकर आओ दिखाओ फिर समझाते है। पता चला कि डॉक्टर साहब ओपीडी में बैठे हैं।
वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य मुंगरा बादशाहपुर में आए दिन दलालों का जमावड़ा लग रहा है। कमीशन के चक्कर में डॉक्टर साहब बाहर से दवाइयां लिख रहे हैं। ओपीडी में कुछ डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है। मगर दलाल हावी हैं।
पढ़े लिखे लोगों को भी यह दलाल ऐसी पट्टी पढ़ाते हैं कि वह कथित रूप से संचालित पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड व नर्सिग होम में मरीज लेकर पहुंच जाते हैं। यदि कोई बचकर अस्पताल में पहुंच ही गया तो वहां भी दलालों की टीम डॉक्टरों के इर्द-गिर्द मंडराती रहती है।
मरीज और उनके तीमारदार को बहला कर बाहर की दुकानों से दवा और जांच के लिए पटा लेते हैं। पीएचसी आई गर्भवती महिलाओं को भी अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था ना होने के कारण उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बाहर सात से एक हजार रुपए देकर बाहर से जांच कराना पड़ता है।
सूत्रों की माने तो 60% कमीशन खोरी के चक्कर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कुछ चिकित्सक पैथोलॉजी मेडिकल स्टोर व अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जाने के लिए पर्चा लिख देते हैं।
मजे की बात यह है कि चिकित्सक जो दवा लिखते हैं वह केवल अस्पताल के बगल मेडिकल स्टोरों पर ही मिलेगा। मरीजों को मजबूरन दवा लेनी पड़ती है। आलम यह है कि दलाल पीएचसी के गेटों पर खड़े होते हैं।
और जैसे ही मरीज गेट पर प्रवेश करता है तो वैसे ही दलाल के चंगुल में फसने के लिए मरीज मजबूर हो जाते हैं। वही मुंगरा बादशाहपुर के गुड़हाई मोहल्ले के निवासी समाजसेवी शैलेंद्र साहू समेत अन्य लोगों ने जिला अधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को पीएससी मुंगरा बादशाहपुर में चिकित्सक व परिसर में घूम रहे दलालों को प्रतिबंधित करने तथा बाहर से दवा की पर्ची न लिखने को लेकर मांग किया।