क्या मडियाहू में फिर से वापसी कर पाएगी सपा ,जानिए पूरा समीकरण ….
जौनपुर – मड़ियाहू विधानसभा सीट पर पटेल वोटरों का वर्चस्व है. इस सीट पर भी समाजवादी पार्टी मजबूत मानी जाती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसे गठबंधन सहयोगी अपना दल के लिए छोड़ा था. अपना दल के परंपरागत वोटर पटेल और अगड़ी जाति के समीकरण के बल पर डॉ. लीना तिवारी यह सीट सपा से छीनने में कामयाब हो गई थीं. उन्होंने सपा की सिटिंग विधायक श्रद्धा यादव को 11350 वोटों के अंतर से हराया था.
जौनपुर की मड़ियाहू सीट पर भी शुरुआती दौर में कांग्रेस का दबदबा होता था. 1985 के चुनाव में लोकदल के दूधनाथ ने इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा तोड़ा था. इसके बाद से कांग्रेस नहीं जीत सकी. 1989 में जनता दल की सावित्री देवी और 1991 में जनता दल के ही किशोरी लाल के पास यह सीट चली गई. 1993 में सावित्री देवी यहां से सपा के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचीं. 1996 और 2002 में यहां से सपा के दिग्गज नेता पारसनाथ यादव जीते थे. 2007 में बसपा के केके सचान ने यह सीट सपा से छीन ली थी. 2012 में श्रद्धा यादव ने फिर यहां सपा की वापसी कराई थी.
2017 का परिणाम
अपना दल की लीना तिवारी को 58804 वोट मिले थे.सपा की श्रद्धा यादव को 47454 मत प्राप्त हुए थे. 37066 वोट पाकर बसपा के भोलानाथ शुक्ल तीसरे स्थान पर थे.
जातीय समीकरण
मड़ियाहूं विधानसभा सीटमें कुल मतदाताओं की संख्या 3.35 लाख है. इसमें पटेल 65 हजार, ब्राह्मण 62 हजार, यादव 38 हजार, दलित वोटर करीब 35 हजार., क्षत्रिय 20 हजार, मुस्लिम 27 हजार और मौर्य वोटर करीब 14 हजार हैं.