“ग्रामीण पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान आवश्यक”: संजय अस्थाना

“ग्रामीण पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान आवश्यक”: संजय अस्थाना
7 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा, मृत पत्रकारों के परिजनों को 5 लाख की आर्थिक सहायता की मांग
जौनपुर। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिले के पत्रकारों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्र होकर जिला प्रशासन को 7 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना के नेतृत्व में पत्रकारों ने ज्ञापन देते हुए कहा कि ग्रामीण पत्रकार लोकतंत्र की मजबूत नींव हैं, जो सीमित संसाधनों में आम जनता की आवाज शासन तक पहुंचा रहे हैं। फिर भी उनके हितों की लगातार अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने मांग की कि प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को तत्काल 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की विशेष मदद दी जाए, जिससे उनके परिवार को इस कठिन समय में राहत मिल सके।
7 सूत्रीय प्रमुख मांगे:
- लखनऊ में एसोसिएशन को कार्यालय भवन (दारुलसफा या ओसीआर) आवंटित किया जाए।
- ग्रामीण पत्रकारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा मिले।
- पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में शामिल किया जाए।
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ मिले।
- ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध FIR दर्ज करने से पूर्व किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा जांच अनिवार्य की जाए।
- तहसील स्तर पर प्रशासन और ग्रामीण पत्रकारों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाएं।
- फर्जी पत्रकारों की पहचान कर सख्त कार्यवाही की जाए तथा सूची जिला स्तर पर सार्वजनिक की जाए।
ज्ञापन कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकार:
संजय अस्थाना, प्रदीप पाण्डेय, दयाशंकर निगम, श्याम रतन श्रीवास्तव, गुलाब चन्द्र पाण्डेय, प्रमोद जायसवाल, राजकुमार सिंह, शशिराज सिन्हा, राजेश श्रीवास्तव, अजीत सिंह, रामजी जायसवाल, लक्ष्मी नारायण मौर्या, आशा राम यादव, प्रशान्त विक्रम सिंह, आबिश इमाम, शाकिर, देवेन्द्र खरे, मेवा लाल यादव, रोहित चौबे, गोरख सोनकर, जितेन्द्र दुबे, बृजराज चौरसिया, जय सिंह, अरविंद मिश्रा, अर्चना मिश्रा, मो. आरिफ, गौरव मिश्रा, संतोष दुबे, निशांत सिंह, डॉ आर सी, याकूब, मनोज कुमार गुप्ता, राम प्रताप सिंह, कमलेश कुमार, रमाशंकर शुक्ल, अभिषेक सिंह, इकराम अंसारी, वेद प्रकाश विश्वकर्मा, बुद्धि प्रकाश तिवारी, संजय शुक्ला, सतीश पाठक, राम प्रवेश यादव, चंद्रसेन विश्वकर्मा, सत्येंद्र मिश्रा, पंकज तिवारी, विशाल सोनकर, संजय चौरसिया, भोला विश्वकर्मा, जुबेर अहमद, जय प्रकाश मिश्रा, असलम खां, प्रो. डॉ. आशा राम यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पत्रकार मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना ने कहा कि जब तक पत्रकारों के लिए ठोस नीतिगत निर्णय नहीं लिए जाएंगे, तब तक लोकतंत्र के इस स्तंभ को मजबूती नहीं मिल पाएगी। शासन को चाहिए कि वह पत्रकारों की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान सुनिश्चित करे।