घुटनों में दर्द से रहते हैं परेशान तो अखरोट खाने से मिल सकता है फायदा, जानें सेवन का सही तरीका
घुटनों का दर्द भी शामिल है। पहले 40 की उम्र के बाद अकसर लोगों को घुटनों का दर्द परेशान करता था, लेकिन अब बच्चे और वयस्क भी घुटनों में दर्द की शिकायत करते हैं। ऐसे में वे दर्द से राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। चाहें तो प्राकृतिक तरीके से भी घुटनों के दर्द से राहत पा सकते हैं। अखरोट का सेवन करना चाहिए अखरोट घुटनों के दर्द के लिए एक कारगर उपाय है।अखरोट के नियमित सेवन से घुटनों के दर्द को दूर किया जा सकता है।
घुटनों के दर्द में अखरोट कैसे खाएं
आरोग्य डाइट और न्यूट्रीशन क्लीनिक, द्वारका की आयुर्वेदिक डायटीशिन डॉक्टर सुगीता मुटरेजा बताती हैं कि अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर होता है, इसलिए घुटनों के दर्द में अखरोट खाना फायदेमंद होता है। डॉक्टर सुगीता बताती हैं कि घुटनों में दर्द होने पर आप सुबह खाली पेट अखरोट की गिरी खा सकते हैं। इसके लिए आप रात को अखरोट भिगोकर रखें, सुबह खाली पेट चबाकर खा लें। घुटनों में दर्द होने पर आप रोज सुबह खाली पेट अखरोट खा सकते हैं।
रोजाना अखरोट खाने से आपको घुटनों के दर्द में आराम मिलने लगेगा। घुटनों का दर्द होने पर आप अखरोट का सेवन कर सकते हैं। अखरोट में मौजूद तत्व घुटनों के दर्द में आराम दिलाते हैं।
घुटनों के दर्द के लिए अखरोट के फायदे
अखरोट पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अखरोट में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन बी6, ओमेगा 3, कैल्शियम और मिनरल्स अधिक मात्रा में होता है। जो घुटनों को मजबूत बनाते हैं। अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट भी अधिक होते हैं, जो सुजन को कम करने में मदत कर देता है |अखरोट के नियमित सेवन से अर्थराइटिस के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है। अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटोइड अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। अखरोट में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट घुटनों के दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं।
घुटनों में दर्द के लक्षण
- घुटनों में सूजन, दर्द, जकड़न और चलने में परेशान होना घुटनों में दर्द के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को एक्सरसाइज करने, सीढ़ियां चढ़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
घुटनों में दर्द का कारण
यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी या फिर घुटने के ऑस्टियो अर्थ राइटिस की वजह से हो सकता है। जब घुटने को अमर करने वाली कार्टिलेज का क्षरण होने लगता है, तो हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं।
यह स्थिति घुटनों में दर्द और सूजन का कारण बनती है। कार्टिलेज एक ऊतक है, जो हड्डियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। जैसे उम्र बढ़ती है, कार्टिलेज के टूटने की संभावना बढ़ जाती है और ऑस्टियोअर्थराइटिस हो सकता है।
जानिए शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से घुटनों में दर्द होता है, तो अखरोट काफी फायदेमंद होता है। वही अगर वजन से भी घुटनों में दर्द होता है तो भी अखरोट का सेवन किया जा सकता है। लेकिन अथर्राइटिस की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों का सेवन भी किया जा सकता है।