चाचा के चाकू से घायल भतीजे की हुई मौत,मृतक के परिजनों में मचा कोहराम, पुलिस को महेश का शव लेने के लिए करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
चाचा के चाकू से घायल भतीजे की हुई मौत,मृतक के परिजनों में मचा कोहराम,
पुलिस को महेश का शव लेने के लिए करनी पड़ी कड़ी मशक्कत।
जौनपुर। थानाक्षेत्र के हौज पोखरा गांव में जमीन बंटवारे के विवाद को लेकर बीते मंगलवार को हुई मारपीट में चाचा के चाकू से घायल भजीते महेश की गुरूवार को ट्रामा सेन्टर वाराणसी ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी।
महेश की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, जिसके कारण उसका शव अपने कब्जे में लेने हेतु पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी विद्या देवी पत्नी स्व0 रामसिंह का अपने सगे देवर श्याम सिंह से जमीन बंटवारे को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि बीते मंगलवार को इसी विवाद के चलते दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी।
गुरूवार को पुलिस को दिये गये अपने तहरीर में विद्या देवी ने आरोप लगाया है कि मेरे देवर श्याम सिंह एवं देवरानी आशा देवी ने जान से मारने की नियत मेरे बेटे महेश सिंह के पेट में चाकू घोप दिया और मुझे भी बहुत मारा-पीटा।
शोर सुनकर गांव के लोगों ने बीच बचाव किया। सूचना दिये जाने पर जफराबाद पुलिस ने उपरोक्त के खिलाफ धारा-323 व 504 के तहत एन0सी0आर0 दर्ज कर उपचार हेतु जिला अस्पताल भिजवाया। महेश की हालत नाजुक देख गुरूवार को चिकित्सकों ने उसे ट्रामा सेन्टर वाराणसी हेतु रेफर कर दिया।
वाराणसी ले जाते समय महेश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उधर पति की मौत की खबर सुनकर मुम्बई से भागी आई उसकी पत्नी बबिता ने बताया कि मीडिया को दिये गये अपने बयान में कहा कि घटना वाले दिन थाने पर मौजूद जफराबाद चैकी प्रभारी एस0आई0 आशीष पाण्डेय ने मेरे पति का मुकदमा लिखने एवं मेडिकल कराने की बजाये मेरे पति डांट कर वहां से भगा दिया गया।
बाद में किसी प्रकार बुधवार को एन0सी0आर0 दर्ज हुआ और मेडिकल हुआ, परन्तु मेडिकल रिपोर्ट की फोटो तक लेने नही दिया गया। इधर महेश के दम तोड़ने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया।
हौज पोखरा गांव में कोई नई घटना न हो इस हेतु जफराबाद, जलालपुर, लाइन बाजार, कोतवाली थाने की पुलिस फोर्स एवं पीएसी के जवान मौके पर पहुॅच गये। इस घटना से मृतक महेश के परिजनों में कोहराम मच गया जिसके कारण महेश का शव अपने कब्जे में लेने हेतु पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
महेश का शव पुलिस को देने के एवज में परिजन महेश के हत्यारों की गिरफ्तारी तथा जफराबाद चैकी इंचार्ज के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे थे। थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी द्वारा आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही का आश्वासन देने के बाद ही किसी प्रकार शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज पाये।
महेश के परिजनों का आरोप है कि यदि चैकी इंचार्ज महेश का मेडिकल रिपोर्ट अथवा उसका फोटो खीचने दे देते तो हम महेश का उपचार प्राइवेट अस्पताल में कराते और उसकी मौत न होती।
एक माह पूर्व हुई थी महेश की शादी।
जफराबाद। पति को चाकू लगने की जानकारी होने पर उसकी पत्नी बबिता मुंबई से जहात अपने ससुराल हौज गांव में पहुंची। रोते हुए बबीता ने बताया कि बीते 2 मई को हमारी शादी मुंबई में हुई थी। हमारा सुहाग उजड़ गया, कह कर रोने लगी।
अपने दो भाइयों में महेश छोटे थे। महेश मुंबई में रोलगोल्ड की फैक्ट्री चलाने का कार्य करता था। माता विद्या देवी तथा पत्नी का रोते-रोते बुरा हाल हो गया है।
मौके पर थाना अध्यक्ष जफराबाद राजाराम द्विवेदी, शहर कोतवाल सतीश सिंह, थानाध्यक्ष लाइन बाजार संजय वर्मा, थानाध्यक्ष जलालपुर रामसरीख गौतम और पीएसी के जवानो के साथ महिला पुलिस भी मौके पर उपस्थित रही।