योगी सरकार में रह चुके कबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य हुए सपा में शामिल! जानिए इनकी राजनीतिक सफ़र!

चुनाव से पहले बीजेपी को झटका लगा है. पार्टी के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया इस्तीफा.

लखनऊ – भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले मंत्री पद से इस्तीफा दिया और फिर भाजपा को भी बाय बोल दिया है। अब वे सपाई हो गए हैं।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सपा अध्यक्ष ने भी बड़ी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया और स्वामी प्रसाद मौर्य को सामाजिक न्याय और समानता की लड़ाई लड़ने वाला करार दिया।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा छोड़ने और समाजवादी पार्टी का दामन थामने के साथ ही प्रदेश की राजनीति में दल को छोड़ने के मामले में हैट्रिक बना ली है। बहुजन समाज पार्टी के साथ अपनी राजनीति करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने वर्ष 2016 में मायावती को झटका दे दिया था।

अब उन्होंने भाजपा को झटका दिया है। इस बीच वे 26 वर्षों से यूपी विधानसभा के सदस्य चुनकर आते रहे हैं। प्रदेश की राजनीति में उनका अलग स्थान है।

मायावती के प्रिय माने जाते थे स्वामी प्रसाद मौर्य

स्वामी प्रसाद मौर्य को पहले मायावती के करीबियों में गिना जाता रहा है। वे प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा चेहरा माने जाते रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है। उन्हें अंबेडकरवादी राजनीति का भी बड़ा चेहरा माना जा रहा है। यूपी के प्रतापगढ़ में 2 जनवरी 1954 को जन्मे स्वामी प्रसाद मौर्य पहली बार अक्टूबर 1996 में दलमऊ विधानसभा सीट से चुनकर यूपी विधानसभा में पहुंचे थे। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की। वर्ष 2007 में उन्होंने पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और लगातार तीन बार से वे वहां से जीत दर्ज करते आ रहे हैं।

बसपा पर लगाया था बड़ा आरोप

स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून 2016 को बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा के साथ ही उन्होंने पार्टी पर पैसे लेकर टिकट बांटने का बड़ा आरोप लगाया था। सीनियर नेता की ओर से इस आरोप के बाद सफाई देने स्वयं मायावती सामने आई थीं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के आरोपों का खंडन किया था। बाद में स्वामी प्रसाद मौर्य ने जुलाई 2016 में लोकतांत्रिक बहुजन मंच नाम का संगठन बनाया और लखनऊ के रमाबाइ अंबेडकर रैली मैदान में इसकी घोषणा की। विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा के साथ आकर उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत के बाद सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।

भाजपा की सांसद हैं बेटी 
स्वामी प्रसाद मौर्य की शादी शिवा मौर्य से हुई थी। उनके एक बेटे और एक बेटी है। बेटी संघमित्रा मौर्य भारतीय जनता पार्टी से बदायूं सीट से सांसद हैं। संघमित्रा ने Era’s लखनऊ मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई की है। संघमित्रा ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव को हराकर जीत हासिल की थी। संसद में जातिगत जनगणना का समर्थन कर उन्होंने पार्टीलाइन से अलग अपनी बात रख दी थी, जिस पर काफी चर्चा हुई थी।

 

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