जयगुरुदेव जनजागरण यात्रा पहुंची फतुहीखुर्द रसुलहा, सत्संग में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
सत्संग में पंकज जी महाराज ने दिया आत्मज्ञान और सदाचारी जीवन का संदेश
बरसठी (जौनपुर), 01 अक्टूबर।
जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा द्वारा संचालित जनजागरण यात्रा का 71वां पड़ाव सोमवार को जौनपुर जिले के विकास खंड बरसठी स्थित ग्राम फतुहीखुर्द रसुलहा में संपन्न हुआ।

संस्था के संस्थाध्यक्ष पंकज जी महाराज के सानिध्य में आयोजित इस आध्यात्मिक सत्संग में क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

सत्संग को संबोधित करते हुए पंकज जी महाराज ने आत्मा और परमात्मा के गूढ़ ज्ञान को सरल भाषा में समझाते हुए कहा, “यह तन तुमने दुर्लभ पाया, कोटि जन्म भटका जब खाया।” उन्होंने बताया कि अनगिनत योनियों में भटकने के बाद यह दुर्लभ मनुष्य शरीर प्राप्त होता है, जिसे संसारिक माया में फंसा कर व्यर्थ नहीं करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जहां सांसारिक ज्ञान की सीमाएं समाप्त होती हैं, वहीं से आध्यात्मिक ज्ञान की शुरुआत होती है। संतों के मार्गदर्शन में साधना कर मनुष्य अपने भीतर छिपी दिव्यता को पहचान सकता है। शरीर को किराये के मकान की संज्ञा देते हुए उन्होंने बताया कि दोनों आंखों के मध्य जो स्थान है, वहीं जीवात्मा का वास होता है। यही वह केन्द्र है जहां ध्यान केंद्रित कर साधक सुरत-शब्द योग साधना के माध्यम से दिव्य दृष्टि (तीसरा नेत्र) और दिव्य श्रवण शक्ति (तीसरा कान) को जागृत कर सकता है।

सदाचार और शाकाहार अपनाने का आह्वान
पंकज जी महाराज ने लोगों से शाकाहारी और नशामुक्त जीवन जीने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज में सद्भाव, शांति और अध्यात्मिक चेतना फैलाने के लिए गांव-गांव में भजनानंदियों की टोलियां बनाई जानी चाहिए, जो भक्ति और सेवा का संदेश फैलाएं।
उन्होंने कहा, “आज समय बदलाव की मांग कर रहा है। समाज को बचाने के लिए सत्संग और भक्ति को जीवन का हिस्सा बनाना होगा। संतों के वचनों को मान लेंगे तो जीवन सुधर जाएगा, अन्यथा पतन निश्चित है।”
प्रशासन और संगत का योगदान
सत्संग कार्यक्रम को सफल बनाने में पुलिस प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग दिया गया, जिससे शांतिपूर्ण वातावरण में कार्यक्रम संपन्न हो सका। कार्यक्रम में प्रयागराज संगत, स्थानीय संगत और दूर-दराज से आए सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।

उल्लेखनीय उपस्थिति
इस अवसर पर कई गणमान्य जन भी उपस्थित रहे, जिनमें –
ऋषिदेव श्रीवास्तव, बालेन्द्र मिश्र, हरिनाथ यादव, लहुरी विश्वकर्मा, प्रभुनाथ मिश्रा, सूर्य नारायण दुबे, नागेश पाण्डेय, विपिन पाण्डेय, सुखराम यादव (प्रयागराज संगत) सहित कई अन्य श्रद्धालु सम्मिलित रहे।
यात्रा का अगला पड़ाव
कार्यक्रम के उपरांत जनजागरण यात्रा सेहवा पिपरान (वि.ख. बरसठी) की ओर प्रस्थान कर गई, जहां आज (1 अक्टूबर) दोपहर 12 बजे से अगला सत्संग आयोजित किया गया है।
(कल्लन यादव)
अध्यक्ष – जयगुरुदेव संगत, वि.ख. रामपुर, जिला जौनपुर
मो. 9506903496
