जल्द शुरू होगा जमीन अधिग्रहण में 500 करोड़ रुपये में होगा ज्योतिलिंग परियोजना का निर्माण,

श्रीकाशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग परियोजना के पहले चरण के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने लगभग 2472 करोड़ रुपये की परियोजना को धरातल पर उतारने का खाका भी तैयार कर लिया है। परियोजना के लिए 28.63 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके अधिग्रहण पर 383 करोड़ खर्च होंगे। वहीं सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण पर 369 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
रामनगर से राजघाट तक गंगा के समानांतर लगभग आठ किमी लंबी फोरलेन सड़क बनेगी। इस सड़क से चंदौली, मिर्जापुर, बिहार और मध्यप्रदेश से आने वाले लोग बिना नगर में प्रवेश किए सीधे गंगा घाट पहुंच जाएंगे। वहीं, ज्योतिर्लिंग परियोजना शुरू करने से पहले पीडब्ल्यूडी ने अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, सिंचाई, वन, रक्षा संपदा, रेलवे बोर्ड, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समेत 14 विभागों से संपर्क साधा है। केंद्रीय जल बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल गया है।
शीघ्र शुरू होगा जमीन अधिग्रहण
श्रीकाशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण जल्द ही शुरू होगा। कोदोपुर, रामनगर, कटेसर और डोमरी इलाके में जमीन खरीदी जाएगी। इसके लिए राजस्व विभाग को पत्र लिखा गया है। लगभग छह महीने पहले से तीनों गांवों में जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगी है।
सिग्नेचर पुल की डिजाइन बदली
कटेसर से दशाश्वमेघ घाट तक प्रस्तावित 1026 मीटर लंबे सिग्नेचर ब्रिज की डिजाइन में बदलाव किया गया है। अब यह पुल लक्ष्मण झूला की तर्ज पर नहीं बनेगा। सिग्नेचर ब्रिज स्थिर रहेगा। इसके अलावा मॉडल रोड, जेट्टी,पांच हेलीपैड, स्किल हार्ट, फूड प्लाजा, किड्स प्ले जोन, योग सेंटर, ग्रीन पार्क, वाहन पार्किंग औप सर्विस रोड का निर्माण होगा। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता वीके श्रीवास्तव ने कहा कि जमीन अधिग्रण के बाद टेंडर निकाला जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और राजस्व विभाग को पत्र लिखा गया है।