जानिए घूम रहे हैं भूखे मगरमच्छ तलाश रहे शिकार प्रयागराज की सड़कों पर निकले संभाल कर

 लगातार आ रही बारिश के कारण प्रयागराज में गंगा नदी के किनारे बसे कई तराई के इलाके डूब चुके हैं। शहरों की गलियों में गंगा नदी का पानी बह रहा है। इसी पानी में गंगा नदी में रहने वाले कई जीव-जंतु भी गलियों में चले आ रहे हैं। बता दें कि गलियों में खतरनाक आदमखोर जानवर बेखौफ होकर घूम रहे हैं जिससे लोग डरे हुए हैं। प्रयागराज में शनिवार सुबह गंगा से सटे सलोरी इलाके में एक मगरमच्छ सड़क पर आ गया। करीब  12 फीट लंबे मगरमच्छ को देखकर लोग डर के मारे छतों पर चढ़ गए।

इलाके में सभी ने अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए। कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को इसकी सूचना दी। वन विभाग की टीम को मगरमच्छ को पकड़ने में हालत खराब हो गई। काफी मशक्कत करने के बाद मगरमच्छ को पकड़कर वापस गंगा नदी में छोड़ दिया गया। बता दें कि प्रयागराज में बाढ़ के पानी के साथ-साथ विषैले और खतरनाक जीव-जंतुओं से भी खतरा बढ़ता जा रहा है। गलियों में पानी भर जाने के कारण कई लोग घर छोड़कर कहीं और चले गए हैं जो लोग हैं भी वह छतों पर रहने को मजबूर हैं।

 

सलोरी में दिखा मगरमच्छ

 

मिली जानकारी के अननुसार प्रयागराज की सबसे घनी आबादी वाले इलाके सलोरी और शुक्ला मार्केट में शनिवार सुबह आदमखोर मगरमच्छ दिखा तो लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। लोग उससे कई मीटर दूर गए और छत के ऊपर से वीडियो बनाने लगे। बता दें कि पूरी गली में पानी भरा हुआ है। गली के पानी में 12 फीट का मगरमच्छ धीरे-धीरे टहल रहा था। लोग छत से वीडियो बनाने में लगे थे। जिसके घर के सामने से मगरमच्छ गुजर रहा था उनकी रूह कांप उठती थी।  

वन विभाग को पकड़ने में लगे पांच घंटे

 

जानकारी के लिए बता दें कि लोगों ने वन विभाग को इस मगरमच्छ के बारे में जानकारी दी। करीब 5 घंटे की  कठिन मेहनत के बाद वनकर्मी को मोहल्लेवासियों के सहयोग से मगरमच्छ को पकड़ने में सफलता मिली। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया है कि मगरमच्छ इतना विशालकाय और खतरनाक था कि वह गलियों में घूम रहे कई सुअरों को चबा गया। बता दें कि वनकर्मी उसे बांधकर कहीं दूर छोड़ने के लिए ले गए तो स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली

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