जानिए बच्चों का पढ़ाई में न लग रहा हो मन तो अपनाएं ऐसे उपाय क्या है कहानी
जानिए आज कल अपने बच्चों का पूरी तरह से ख्याल नहीं लग पा रहे हैं। विशेषकर अगर हम बात करें बच्चों की पढ़ाई की तो वर्किंग पैरंट्स अपने बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा कंसंट्रेट नहीं कर पाते। लेकिन आप कितने भी वर्किंग हो अपने बच्चों की स्टडी के लिए आपको थोड़ा टाइम निकालना ही चाहिए। आपको यह भी देखना चाहिए कि आपके बच्चे पूरे मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। बहुत से बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता जिसकी वजह से उन्हें सही तरह से लेसंस याद नहीं होते, होमवर्क पूरा नहीं होता और बच्चे पढ़ाई पर कंसंट्रेट नहीं कर पाते। आज हम आपको कुछ उपाय बताएंगे जो आपके बच्चे का पढ़ाई में मन लगाने में काफी असरकारक साबित होंगे
अब बच्चों को कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। उनके साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताना चाहिए .जिससे बच्चों में अकेलेपन की भावना नहीं उत्पन्न होगी। जिससे बच्चा प्रसन्न रहेगा। इसके साथ ही जब बच्चा क्लास में अच्छे नंबरों से पास हो तो उसे प्रशंसा देनी चाहिए। ऐसा करने से बच्चे का मन पढ़ाई में लगा रहेगा, और वह उत्साह के साथ आगे बढ़ेंगे।
जानिए परिवार में चल रहे लड़ाई -झगड़ा तनाव से बच्चे के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है. जिससे बच्चा पढ़ाई में मन नहीं लगा पाता इसीलिए परिवार में किसी तरह का तनाव ,लड़ाई झगड़ा , नहीं करनी चाहिए, विशेषकर बच्चों के सामने क्योंकि इन सबका बच्चों के जीवन पर बुरा असर पड़ता है। पढ़ाई के लिए बच्चों का दिमाग जितना फ्री रखेंगे उतना ही अच्छा होगा। इसीलिए बच्चों के सामने ऐसी कोई भी गलती नहीं करें ,जिससे कि बच्चे के मन पर बुरा असर पड़े।
बच्चों को सिखाएं अच्छी आदतें बच्चों को बचपन से ही अच्छी आदतें जिनमें शिष्टाचार, सेल्फ डिपेंडेंट होना, समय की बचत करना,शामिल हो। जब बच्चा स्वयं पर निर्भर होना सीख जाएगा तो बच्चा छोटे-छोटे काम खुद से ही करेगा और पढ़ाई के प्रति उसकी रूचि और भी बढ़ेगी
अगर बच्चों के सामने दूसरे बच्चों की तारीफ करने से बच्चों में हीन भावना उत्पन्न होती है। यदि बच्चे पढ़ाई नहीं करना चाहते तो उन्हें डांटें -फटकारे नहीं बल्कि प्यार से समझाना चाहिए. जिससे वह अपना मन पढ़ाई में लगा सके।
अब बच्चे को ना महसूस होने दे अकेलापनतनाव से दूरी अगर परिवार में कोई भी तनाव है, तो बच्चों को उससे दूर रखें और बच्चों के साथ सामान्य व्यवहार करें। जिससे बच्चे खुश और तनाव मुक्त रहेंगे. जिससे बच्चों का मन पढ़ाई में लगा रहे।