जौनपुर।स्वंतत्रता संग्राम सेनानी के प्रतिमा के सिर को अराजकतत्वों ने तोड़कर गिरा दिया, ग्रामीणों में आक्रोश
बरसठी थाना क्षेत्र के गहलाई गांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. पंडित दयाशंकर तिवारी कि बीती रात अराजक तत्वों द्वारा उनके प्रतिमा के सिर को तोड़कर गिरा दिया गया है। जिसको लेकर सुबह पता चलते ही ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने 112 नंबर एवं थानाध्यक्ष को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
गहलाई गांव में स्व. पं. दया शंकर तिवारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रतिमा 11 अप्रैल 2004 में उनके पुत्रों के द्वारा स्थापित किया गया था। इस मूर्ति का अनावरण श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री नरेंद्रानंद सरस्वती के कर कमलों द्वारा किया गया था।
मंगलवार की रात किसी अराजक तत्वों ने स्व. पं. दया शंकर तिवारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के मूर्ति को धर से अलग कर दिया गया। इससे उनका धर क्षति-विक्षति पड़ी हुई थी। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने स्व. तिवारी के बेटे कृष्ण मोहन तिवारी को मूर्ति तोड़ने का समाचार बताया।
मौके पर पहुंचे कृष्ण मोहन तिवारी ने स्थिति को देखते ही 112 नंबर पुलिस को सूचित किया जैसे-जैसे मूर्ति टूटने की जानकारी ग्रामीणों को लगी सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मूर्ति प्रांगण के पास पहुंच गए और सड़क जाम करने का प्रयास करने लगे। लेकिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र कृष्ण मोहन के निवेदन पर लोगों ने शांति बनाए रखें।
इसी बीच ग्राम प्रधान अख्तर खान, अपना दल एस के प्रदेश महासचिव ललई सरोज, जिला अपराध निरोधक अध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह “बच्चा” मौके पर पहुंचकर अराजक तत्वों के इस कृत्य की निंदा करते हुए गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सूचना के बावजूद भी बरसठी थाने से थानाध्यक्ष मौके पर नहीं पहुंच पाएं। जिससे ग्रामीणों का आक्रोश और भड़कता रहा।
इस मौके पर रविंद्र प्रताप सिंह मुन्ना संतोष तिवारी शाम श्याम लाल जी व राहुल तिवारी मोनू तिवारी
वही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र कृष्ण मोहन तिवारी ने आक्रोशित होकर कहा कि मेरे पिता की लोगों ने हत्या किया है। जिसका प्रतिशोध लिया जाएगा।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र कृष्ण मोहन ने एसडीएम समेत डीएम घटना की सूचना फोन पर दे दिया है अभी तक कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा है।