जौनपुर के इस मार्ग पर गुजरे तो हेलीकॉप्टर का ही प्रयोग करे, सोशल मीडिया पर बना चर्चा

जौनपुर के इस मार्ग पर गुजरे तो हेलीकॉप्टर का ही प्रयोग करे, सोशल मीडिया पर बना चर्चा:मंत्री, सांसद व विधायक जी से अनुरोध है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर यात्रा हेलीकॉप्टर से करें- अजीत

बंतरी से कनौरा के बीच 2012 से करीब 2000 किसानों का फंसा है मुआवजा

जौनपुर। वाराणसी को नेपाल बॉर्डर तक सोनौली से जोड़ने वाले वाली सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर जगह-जगह पर रोड नहीं तो टाल नहीं का स्लोगन लिखा हुआ है। इसी के साथ चंदवक गोमती पुल के पास एक नया स्लोगन लिखा गया है। जिस पर लिखा है कि मंत्री, सांसद व विधायक जी कृपया इस रोड पर हेलीकॉप्टर से यात्रा करें। इन दिनों क्षेत्र सहित सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही प्रतीक स्वरूप हेलीकॉप्टर भी बनाया गया है। जिस पर लिखा गया है कि मंत्री सांसद विधायक जी इससे यात्रा करें! इस स्लोगन व हेलीकॉप्टर की वजह यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 28 का मुआवजा मई 2012 से फंसा हुआ है। लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा इन किसानों को अनदेखा किया जा रहा है। बताते चले कि सन 2012 में राष्ट्रीय राजमार्ग 28 का गजट हुआ था। जिसमें वाराणसी से सोनौली बॉर्डर तक फोरलेन सड़क बननी थी। सड़क तो बन चुकी है लेकिन सिर्फ जौनपुर जिले के केराकत तहसील अंतर्गत आने वाले बंतरी गांव से केराकत तहसील के आखिरी गांव आजमगढ़ की सीमा पर कनौरा तक करीब 20 किलोमीटर की सड़क अभी तक जैसे की तैसी है। नीरीह व असहाय 2000 किसानों को आज तक मुआवजे की एक फूटी कौड़ी नहीं मिली। इनमें से सैकड़ो किसानों ने मुआवजे के आस में दम तोड़ दिया, लेकिन मुआवजा नहीं मिला। लगातार किसानों द्वारा मुआवजे की मांग की गई। लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और तो और बिना सड़क बनाये ही वाराणसी आजमगढ़ होते हुए नेपाल बॉर्डर के सोनौली तक जोड़ने वाली सड़क पर बलरामगंज में टोल प्लाजा बना दिया गया। तमाम विरोध के बाद भी टोल प्लाजा बना और शुरू करने की कवायत शुरू हुई। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद टोल प्लाजा शुरू नहीं हो सका। अब बड़ा सवाल यह है कि टोल प्लाजा बन गया है, तो एक न एक दिन शुरू होगा ही। अब क्या जो बची हुई 20 किलोमीटर सड़क है वैसे के वैसे रह जाएगी? इसका भय किसानों में लगातार बना है। इस पर न कोई जनप्रतिनिधि, मंत्री न विधायक न सांसद कोई भी सुध लेने वाला नहीं है। कई बार किसानों द्वारा संबंधित मंत्रियों विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित दर्जनों को पत्र भेजा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसको लेकर किसान बड़ा प्रदर्शन करने की बात कर रहे हैं। बताते चले कि ग्रामीणों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रदर्शन की अगुवाई किसान नेता अजीत सिंह द्वारा की गई । वही किसानों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। सड़क का निर्माण नहीं होने पर ग्रामीणों ने एनएचआई के अधिकारियों से शिकायत भी की। तब भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। तो किसानों ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया। ऐसे में किसान नेता द्वारा दीवाल पर पेंटिंग करवाने के साथ ही हेलीकॉप्टर की आकृति बनवा दी गई। जिस पर लिखा गया है कि “सांसद और विधायक क्षेत्र में आने-जाने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग करें, क्योंकि सड़क खराब है। अधूरी सड़क की वजह से दुर्घटना संभावित क्षेत्र। आपकी नजर में जनता की जान की कीमत भले ना हो परंतु जनता आपके जान की कीमत बखूबी समझती है। वहीं किसान नेता अजीत सिंह ने बताया कि जब तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं होगा और सड़क का निर्माण नहीं होगा, तब तक वे विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे।

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