जौनपुर प्रेम विवाह:36 घण्टे से धरने पर बैठी है दुधमुंहे बच्चे के साथ विवाहिता ससुराल के अधिकतर सदस्य दीवार फांदकर फ़रार
जौनपुर प्रेम विवाह:36 घण्टे से धरने पर बैठी है दुधमुंहे बच्चे के साथ विवाहिता
ससुराल के अधिकतर सदस्य दीवार फांदकर फ़रार
पीड़िता को पुलिस का मिल रहा है कोरा आश्वासन
जौनपुर:प्रेम विवाह कर नई जिन्दगी का सपना देखने वाली विवाहिता सुनीता को पति से दोखा मिला तो वह अपने हक़ और बच्चे के अधिकार के लिए आंदोलन के राह पर खड़ी हो गई है ।
दूसरे दिन भी पति के चौखट पर मासूम बच्चें के साथ महिला धरना पर बैठी रही । ससुराल जन के अधिकतर सदस्य दीवार फांदकर फ़रार हो गए । पुलिस पीड़िता को कोरा आश्वासन दे रही है । विवाहिता न्याय के लिए अडिग है ।
महाराष्ट्र के कल्याण की रहने वाली सुनीता गार्ड की नौकरी करती है । उसने 2018 में जमदहा गांव निवासी मिंटू प्रजापति से प्रेम विवाह कर शादी रचाई । इस दरम्यान उसे देढ़ साल की एक पुत्री नव्या का जन्म हुआ ।
वह मूल रूप से सरायख्वाजा थाना के शिकारपुर की रहने वाली है । माता पिता रोजी रोटी के सिलसिले में मुंबई आए तो वही आकर बस गए । सुनीता ने बताया कि महाराष्ट्र में किराए पर पति पत्नी के रूप में रह रहे थे । अचानक पति ने बिन बताए गांव आया तो तीन माह के इंतज़ार के बाद वह यहाँ आई ।
पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वह घर मे प्रवेश पाई । करीब दो माह बाद ससुराल वालों ने निकाल दिया । दस दिन तक थाना एसपी कार्यालय का चक्कर लगाया लेकिन न्याय की उम्मीद नही दिखा तो रविवार की सुबह से पति के चौखट पर धरना पर बैठ गयी ।
दूसरे दिन भी विवाहिता जमी रही । उधर पुलिस पीड़िता को न्याय कराने तो आश्वासन दे रही है लेकिन अभी तक कोई विधिक कार्रवाई नही की ।
एसओ यजुर्वेन्द्र सिंह ने बताया कि जांच चल रही है, पीड़िता की हर संभव मदद की जाएगी ।
गांव के बाशिंदे विवाहिता को लिया हाथों हाथ
खेतासराय।डेढ़ साल की दुधमुंही बच्चें के साथ धरने पर बैठी विवाहिता सुनीता पत्रकारों के सवालों का खुल कर जवाब दे रही है । बताया कि ससुराल के लोग अपनाने को तैयार नही है ।
पति के साथ पांच साल रहने के बाद यहाँ आई तो सांस, देवर और ननद ने पिआरवी 112 के सामने मुझे घर से बाहर कर दिया गया ।
एक पुत्री के साथ सात माह का गर्भ भी कोख में पल रहा है । गांव के लोग सहारा बने हुए है । अब देखने वाली बात है पुलिस विवाहिता को न्याय कब दिलाती है ?