जौनपुर: मूर्ति विसर्जन के दौरान तालाब में एक युवक डूबा,परिजनों में कोहराम मच गया
बरसठी थाना क्षेत्र के पिलकथुआ गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान तालाब में एक युवक डूब गया। माता-पिता के सामने युवक की तालाब में डूबने से कोहराम मच गया
देखते ही देखते मां का लाडला पुत्र तालाब के अंदर समा गया। मां पिता चिल्लाती रहे लेकिन सैकड़ों के बीच उसे कोई बचा नहीं पाया। एक युवक बचाने के लिए तालाब में उतरा था लेकिन वह भी कामयाब नहीं हो सका।
डूबे युवक की तलाश तालाब पर पहुंचे गोताखोर कर रहे हैं।
थाना क्षेत्र के पिलकथुआ गांव के निवासी संग्राम गौतम अपने घर में मां दुर्गा के मूर्ति स्थापित किया था। जिनको 9 दिन पूजा पाठ करने के बाद बुधवार की सुबह 10 बजे गांव के ही एक विशालकाय तालाब पर विसर्जन करने के लिए पहुंचे।
संग्राम सिंह के साथ उनकी पत्नी सरोजा देवी और उनका 21 वर्ष का बेटा विनय गौतम साथ आया था। मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जित करने के बाद सभी घर की तरफ चले तो विनय गौतम ने अपनी माता से बोला कि हम तालाब में नहाकर तब चलते हैं।
जिसके बाद पिता संग्राम गौतम और माता सरोजा देवी तालाब के किनारे बैठ गए। उनका बेटा विनय गौतम 11.30 बजे नहाने के लिए तालाब में उतरा और उसका पैर फिसल गया। जिसके बाद वह गहरे पानी में चला गया।
जब युवक तालाब में डूबने लगा तो उसकी माता और पिता बचाने के लिए चिल्लाने लगे तो तालाब पर विसर्जन के लिए आए लोगों में हाहाकार मच गई। लेकिन कोई भी तालाब के गहरे पानी में उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
जिसके बाद गांव का ही एक युवक नरेंद्र कुमार तालाब में कूद पड़ा जब तक वह दूसरे युवक के पास पहुंचता युवक पूरी तरह पानी के अंदर लापता हो चुका था। युवक ने काफी प्रयास किया लेकिन गहरा पानी होने के कारण अंदर नहीं जा सका।
बाहर आने के बाद किसी ने सूचना थानाध्यक्ष बरसठी दिनेश कुमार को दिया। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने फायर बिग्रेड को सूचना दिया। उसके बाद क्षेत्राधिकारी मड़ियाहूं अशोक कुमार सिंह एवं उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं श्रीमती अर्चना ओझा को सूचित किया।
थोड़ी देर में ही एसडीएम, सीओ फायर बिग्रेड के साथ मौके पर पहुंचे और गोताखोरों के माध्यम से डूबे युवक की तलाश शुरू कर दिया गया।
लेकिन अपराहन 3:00 बजे तक डूबे युवक का कुछ पता नहीं चल पाया है। सभी प्रशासनिक अमला तालाब के किनारे सैकड़ों ग्राम वासियों के साथ बैठे हुए है। तालाब के किनारे बैठे डूबे युवक की माता सरोजा देवी के करुण रुदन से सभी की आंखें नम हो गई है।