जौनपुर में तेज बारिश का कहर: करंट से ई-रिक्शा चालक की मौत, दो बच्चे नाले में बहे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जौनपुर (उत्तर प्रदेश), 25 अगस्त:
तेज बारिश ने जनपद जौनपुर में शनिवार शाम को कहर बरपाया। नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के मछलीशहर पड़ाव इलाके में एक दर्दनाक हादसे में ई-रिक्शा चालक की करंट लगने से मौत हो गई, जबकि दो बच्चे नाले में बह गए। प्रशासन और राहत टीमों द्वारा तीन घंटे से बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब 4 से 5 बजे के बीच जब बारिश अपने चरम पर थी, तब सड़क पर भरे पानी के कारण दो बच्चे नाले में गिर पड़े। बच्चों को डूबता देख एक ई-रिक्शा चालक, जो वहीं से गुजर रहा था, ने उन्हें बचाने की कोशिश की। दुर्भाग्यवश, पास में लगे बिजली के खंभे में उतरे करंट की चपेट में आने से चालक झुलस गया और मौके पर ही बेहोश हो गया।
घायल हालत में स्थानीय लोगों ने उसे तत्काल शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान फिलहाल जारी है।
घटना की सूचना मिलते ही सीओ सिटी देवेश कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नन्दन सिंह और नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंची। जेसीबी मशीनों की मदद से सीवर के ढक्कन हटाकर दो लापता बच्चों की तलाश की जा रही है। मौके पर पुलिस, नगर पालिका कर्मचारी और दमकल विभाग के लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं।
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने बताया कि, “यह हादसा जलभराव और करंट की वजह से हुआ। ई-रिक्शा चालक ने बच्चों की जान बचाने के लिए अद्भुत साहस दिखाया, लेकिन दुर्भाग्यवश जान गंवा बैठा।”
उन्होंने यह भी बताया कि एक शव रिकवर कर मर्चरी में रख दिया गया है, जो रिक्शा चालक का है। बाकी दो बच्चों की तलाश जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एडीएम स्तर के अधिकारी तैनात किए गए हैं। एनडीआरएफ से भी संपर्क किया गया है और स्थानीय प्रशासन पूरी सक्रियता से बचाव में लगा हुआ है।
सम्भावित कारण:
- सड़कों पर जलभराव के कारण सीवर का ओवरफ्लो
- खुले बिजली के तारों से करंट फैलना
- नाले और सीवर की सही मॉनिटरिंग का अभाव
स्थिति गंभीर है, और यह हादसा नगर निकाय की लापरवाही व आधारभूत ढांचे की खामियों को उजागर करता है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
