जौनपुर साइबर पुलिस को बड़ी सफलता, साइबर फ्रॉड पीड़ितों को वापस कराए 26 लाख 62 हजार रुपये, 106 मोबाइल भी बरामद
जौनपुर।
जौनपुर साइबर क्राइम सेल ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। बीते अक्टूबर महीने में साइबर ठगी के शिकार हुए आठ पीड़ितों के खातों में पुलिस ने 26 लाख 62 हजार रुपये वापस कराए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने विभिन्न राज्यों से गुमशुदा हुए 106 मोबाइल फोन बरामद कर उनके स्वामियों को सुपुर्द किए हैं।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी आयुष कुमार ने बताया कि साइबर फ्रॉड की शिकायतें एनसीआरपी (National Cyber Crime Reporting Portal) के माध्यम से प्राप्त हुई थीं। इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर टीम ने अब तक करीब दो करोड़ रुपये तक की रकम होल्ड कराई है। केवल अक्टूबर माह में आठ पीड़ितों के खातों में 26 लाख 62 हजार रुपये सफलतापूर्वक वापस कराए गए हैं।
15 लाख रुपये की ठगी का मामला भी सुलझा
इसी दौरान एक बड़ा मामला तब सामने आया जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद एनआईए और सीबीआई अधिकारी बनकर ठगों ने जौनपुर के एक रिटायर्ड राजस्व कर्मचारी से 15 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। साइबर टीम ने तकनीकी विश्लेषण और बैंकिंग चैनलों की निगरानी के बाद पूरा पैसा बरामद कर पीड़ित को वापस कराया।
106 मोबाइल फोन बरामद
साइबर टीम ने न सिर्फ आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाया बल्कि चोरी और गुमशुदा मोबाइलों की बरामदगी में भी बड़ी सफलता पाई। पुलिस ने दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, झारखंड और मुंबई समेत कई राज्यों से कुल 106 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सभी मोबाइल उनके वास्तविक स्वामियों को सुपुर्द कर दिए गए।
एसपी सिटी ने जनता को किया जागरूक
एसपी सिटी आयुष कुमार ने बताया कि यदि किसी का मोबाइल फोन गुम हो जाता है तो वह तत्काल नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं और सीईआईआर (CEIR) पोर्टल पर शिकायत करें। वहीं, साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके सूचना दें, ताकि समय रहते ट्रांजेक्शन को होल्ड कराया जा सके।
उन्होंने बताया कि साइबर टीम के त्वरित एक्शन और तकनीकी दक्षता के कारण ही इतने बड़े स्तर पर रकम और मोबाइल फोन की रिकवरी संभव हो पाई है।
पीड़ितों ने जताया आभार
पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में पीड़ितों ने जौनपुर पुलिस और साइबर टीम का आभार व्यक्त किया। विशेष रूप से 15 लाख रुपये की ठगी के शिकार रिटायर्ड कर्मचारी ने कहा कि पुलिस की तत्परता और ईमानदार प्रयास से उन्हें फिर से अपना पैसा वापस मिला है, जिसके लिए उन्होंने पूरी टीम को धन्यवाद दिया।


