झारखंड से बांग्लादेश बॉर्डर तक फैला कोडीन कफ सिरप तस्करी नेटवर्क, एसटीएफ ने अमित सिंह टाटा को दबोचा
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रतिबंधित कोडीन मिक्स कफ सिरप तस्करी के बड़े नेटवर्क पर एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। जौनपुर ज़िले के रामपुर थाना क्षेत्र निवासी अमित सिंह टाटा को एसटीएफ ने सिंडिकेट के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में हिरासत में लिया है।
अमित सिंह, इस पूरे नेटवर्क के फरार मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल का बेहद करीबी बताया जाता है। एसटीएफ उसे हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है, जिसमें कई अहम खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।
झारखंड की दवा कंपनी के माध्यम से अवैध सप्लाई का खुलासा
जांच एजेंसियों के अनुसार,
- अमित सिंह टाटा और शुभम जायसवाल मिलकर झारखंड स्थित एक दवा कंपनी के जरिए बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित कफ सिरप की अवैध सप्लाई कर रहे थे।
- यह नेटवर्क झारखंड से बांग्लादेश बॉर्डर तक सक्रिय था।
- सप्लाई बांग्लादेश और नेपाल तक भेजे जाने की भी पुष्टि जांच में हुई है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि झारखंड की दवा फर्म देवकृपा का संबंध भी अमित सिंह से जोड़ा जा रहा है।
परिवार और फर्म पर दर्ज एफआईआर
इस मामले में अमित सिंह के पिता अशोक सिंह और उनकी फर्म के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। जांच के दायरे में कई व्यापारिक लेन–देन और संबंधित दस्तावेजों की समीक्षा जारी है।
सोनभद्र पुलिस का खुलासा बना कार्रवाई की नींव
- 18 अक्टूबर को सोनभद्र पुलिस ने इस पूरे तस्करी नेटवर्क का बड़ा खुलासा किया था।
- इसके बाद 4 नवंबर को गाजियाबाद से सौरभ त्यागी की गिरफ्तारी हुई।
- 5 नवंबर को मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल दुबई भाग गया, जहां से वह अब तक फरार है।
एसटीएफ की जांच में नए नाम आए सामने
पूछताछ और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस में कई और नाम सामने आए हैं—
- अमित सिंह टाटा के कई करीबी अब एजेंसी के रडार पर हैं।
- जांच की पहुंच एक बर्खास्त यूपी पुलिस सिपाही तक जा चुकी है।
- वहीं दुबई में मौजूद मेरठ निवासी आसिफ की नेटवर्क से जुड़े होने की जानकारी भी मिली है।
- झारखंड से बांग्लादेश बॉर्डर तक सप्लाई चैन में सक्रिय “आईडी” नामक व्यक्ति की तलाश अभी जारी है।
एसटीएफ की बड़ी चुनौती—मास्टरमाइंड अब भी फरार
एसटीएफ की टीम शुभम जायसवाल के दुबई में मौजूद होने के इनपुट जुटा चुकी है। एजेंसी उसकी गिरफ्तारी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
आगे की कार्रवाई
पूरे नेटवर्क के वित्तीय लेन-देन, बैंक खातों, दवा लाइसेंसों और ट्रांसपोर्ट चैन की गहन जांच चल रही है। कई और गिरफ्तारी की आशंका है।


