नगर पालिका सफाई कर्मियों की लापारवाही का खामियाजा भोग रही जनता
नगर पालिका सफाई कर्मियों की लापारवाही का खामियाजा भोग रही जनता
नई नगर पालिका अध्यक्ष के राज में सुस्त साफ सफाई की व्यवस्था
रिपोर्ट-मोहम्मद अरसद
जौनपुर। शहरी इलाके में अब सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। नगर पालिका के सफाई इंस्पेक्टर और कर्मचारियों से त्रस्त होकर जनता ने अपनी साफ सफाई का जिम्मा खुद ही उठा लिया है। जिसकी एक तस्वीर साफ दिखाई दे रही है। अब धीरे-धीरे लोग पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दिनेश टंडन के काम को याद कर रहें हैं। नगर के शाही क़िले से लेकर अटाला मस्जिद होकर जिला अस्पताल और भंडारी स्टेशन जाने वाले मार्ग की सफाई का हालत यह है कि नालिया बज बजा रहीं हैं और सड़कों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। जबकि शहरी इलाके समेत कई स्थानों पर डेंगू वह अन्य संक्रामक बीमारियां फैल रही है। लेकिन शहरी इलाके का नगर पालिका के अधिकारी और अध्यक्ष कुंभकर्ण की नींद सो रहे हैं।
इस संबंध में इस क्षेत्र के सफाई इंस्पेक्टर से कई बार लोगों ने शिकायत किया लेकिन वह लोगों की बातों को अनसुनी कर गायब हो जाता है। ऐसी दशा में लोगों ने अपनी दुकानों और मकानों के सामने खुद से सफाई करके और श्रमिकों को लगाकर उन्हें मजदूरी देकर सफाई करा रहें हैं। शहर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां महीनों से सफाई नहीं होती जिसका खामियांजा नगर की भोली भाली जनता भोग रही है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सफाई इंस्पेक्टरों की मनमानी दिन पर दिन बढ़ती चली जा रही है जिस पर रोक लगाने में नई अध्यक्ष पूरी तरह से नाकामयाब साबित हो रही हैं। ऐसे में लोग पूर्व अध्यक्ष रहें दिनेश टंडन को भी याद कर रहे हैं कि उन्हें एक कॉल पर जानकारी होने पर तुरंत सफाई व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त हो जाती थी। ऐसा प्रतीत होता है की नई नगर पालिका अध्यक्ष की पकड़ अभी इंस्पेक्टर और सफाई कर्मियों पर नहीं हो पा रही है। जिसका परिणाम जनता झेल रही हैं। शाही किले से लेकर अटाला मस्जिद तक की एक तस्वीर प्रकाशित की जा रही है जिसे देखकर सफाई व्यवस्था का अंदाज आम जनता आसानी से लगा लेगी। लोगों में यह भी चर्चा है कि किनारे लगा कुड़े कचरे का ढेर महीनों तक नहीं उठाया जाता है।