‘नशा करने से रोका तो कर दी पत्रकार की हत्या’; मुख्य आरोपी ने किया सनसनीखेज खुलासा
प्रयागराज में पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की निर्मम हत्या, मुठभेड़ के बाद आरोपी विशाल गिरफ्तार, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज एक बार फिर खौफनाक वारदात से दहल उठी। गुरुवार देर रात सिविल लाइंस इलाके में निजी चैनल के पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह (45) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या इतनी निर्ममता से की गई कि शरीर पर 25 से अधिक वार के निशान मिले। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी विशाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पैर में तीन गोलियां लगी हैं। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसने जुर्म कबूल करते हुए कहा—मुझे थप्पड़ मारा था, इसलिए मैंने मार दिया।”
नशा करने से रोका था, उसी बात पर भड़का विशाल
पुलिस के अनुसार, आरोपी विशाल नशे का आदी है। वह अपने पड़ोसी साहिल को भी नशे की लत लगाने की कोशिश कर रहा था। साहिल, पत्रकार लक्ष्मी नारायण के करीबी दोस्त बबलू का बेटा है। जब बबलू की पत्नी विजेता को यह बात पता चली तो उन्होंने बेटे को विशाल के साथ जाने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर विशाल का विजेता से विवाद हो गया।
उसी दौरान मौके पर पहुंचे पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह ने विशाल को समझाने और रोकने की कोशिश की। इस पर विशाल ने उनसे भी बदतमीजी की, जिसके बाद लक्ष्मी नारायण ने उसे थप्पड़ मार दिया। यहीं से उसने बदला लेने की ठान ली थी।
थप्पड़ की गूंज ने जगा दी प्रतिशोध की आग
पुलिस पूछताछ में विशाल ने बताया कि थप्पड़ की घटना ने उसके अंदर बदले की भावना जगा दी थी। गुरुवार की रात वह नशे की हालत में फिर साहिल के घर पहुंचा और उसे बुलाने लगा। साहिल ने आने से इनकार कर दिया। जब विवाद बढ़ा तो लक्ष्मी नारायण भी मौके पर पहुंच गए और विशाल को डांटते हुए वहां से जाने को कहा। इससे विशाल और भी भड़क गया। उसने उसी रात बदला लेने का फैसला कर लिया।
होटल हर्ष के पास दौड़ा-दौड़ाकर मारे चाकू
रात करीब साढ़े दस बजे लक्ष्मी नारायण किसी काम से होटल हर्ष, सिविल लाइंस की ओर गए थे। तभी विशाल अपने एक साथी के साथ वहां पहुंचा। दोनों ने मिलकर पत्रकार पर पीछे से हमला कर दिया। विशाल ने चाकू से 25 से अधिक वार किए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लक्ष्मी नारायण जान बचाने के लिए भागते रहे, लेकिन विशाल पीछे-पीछे दौड़ता रहा।
लोगों ने यह दृश्य देखकर भय से दरवाजे बंद कर लिए। मदद के लिए गुहार लगाते हुए पत्रकार वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़े। पुलिस के पहुंचने तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ में तीन गोलियां लगने के बाद गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। शुक्रवार सुबह कर्नलगंज थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। गोलीबारी में आरोपी विशाल के पैर में तीन गोलियां लगीं। पुलिस ने उसे दबोच लिया।
अस्पताल में इलाज के दौरान विशाल ने अपना अपराध स्वीकार किया और पूरी वारदात की जानकारी दी। उसके बयान से पुलिस ने हत्या की वजह स्पष्ट कर दी।
पत्रकारिता जगत में शोक की लहर
लक्ष्मी नारायण सिंह मूल रूप से गाजीपुर के थाना सादात अंतर्गत डहरमौआ-कौड़ा गांव के रहने वाले थे। उनके पिता आरडी सिंह एयरफोर्स से सेवानिवृत्त थे और कोरोना काल में निधन हो गया था।
लक्ष्मी नारायण प्रयागराज के अलका विहार कॉलोनी में पत्नी सरिता सिंह और 22 वर्षीय बेटे राज नारायण के साथ रहते थे। बेटा वर्तमान में ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स कर रहा है। 2005 में उन्होंने केबल डिश का कारोबार शुरू किया था, लेकिन बाद में पत्रकारिता से जुड़ गए।
उनकी मौत की खबर से स्थानीय मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को पत्रकारों ने शोक सभा कर परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।
पुलिस जांच जारी, दूसरे आरोपी की भी गिरफ्तारी
अपर पुलिस आयुक्त डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी विशाल के साथ एक अन्य युवक भी वारदात में शामिल था, जिसकी गिरफ्तारी भी कर ली गई है। दोनों के खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण नशे को लेकर विवाद ही पाया गया है। मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है,”
— डॉ. अजय पाल शर्मा, अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज
परिवार ने की न्याय की गुहार
पत्रकार के बेटे राज नारायण ने कहा कि उनके पिता एक ईमानदार पत्रकार थे, जिन्होंने हमेशा समाज में अच्छाई की बात की। “वे हमेशा लोगों को नशे से दूर रहने की सलाह देते थे। उन्हीं की यह सोच उनके लिए जानलेवा बन गई।”
परिवार ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सजा दिलाई जाए और परिवार को सुरक्षा व मुआवजा प्रदान किया जाए।
