पान मसाला-गुटखा लवर के लिए बुरी ख़बर हैं? बैड न्यूज़ है… खास आपके लिए
नई दिल्ली – गुटखा में टैक्स बहुत चोरी होता है बिजनेस स्टैंडर्ड ने मंत्रिस्तरीय पैनल की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि छोटे और खुदरा कारोबारी GST रजिस्ट्रेशन के दायरे में नहीं आते हैं। इसी लिए इन प्रोडक्ट्स में टैक्स चोरी आसानी से हो जाती है. न सिर्फ गुटखा बल्कि पैनल ने हुक्का, शीशा, चिलम, सादी तंबाकू जैसे उत्पादों पर भी 38% विशेष कर का प्रस्ताव पेश किया है। जो इनकी रिटेल कीमत को 12 से 64 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
भारत में कितने लोग गुटखा खाते हैं हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि भारत में 27 करोड़ लोग पान मसाला और गुटखा खाते हैं। तंबाकू चबाने और इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। 2021 में पान मसाले का कारोबार 41,821 करोड़ का रहा और आने वाले कुछ सालों में यह 53 हज़ार करोड़ तक पहुंच जाएगा।