पीएचसी पर फ़िर धमकी सीएमओ, मची खलबली, मंत्री के अचानक पहुँचने से डॉक्टर के अनुपस्थिति का हुआ था खुलासा

पीएचसी पर फ़िर धमकी सीएमओ, मची खलबली,मंत्री के अचानक पहुँचने से डॉक्टर के अनुपस्थिति का हुआ था खुलासा
रिपोर्ट–मोहम्मद अरसद
खेतासराय(जौनपुर)सूबे के राज्यमंत्री के स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव के गृह विधानसभा क्षेत्र के पीएचसी सोंधी पर इमरजेंसी ड्यूटी पर नदारद रहने का मामला ख़सा तूल पकड़ लिया है । आननफानन में जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रथम दृष्टिता लापरवाही सामने आने पर चिकित्सा प्रभारी डॉ रमेश चंद्रा पर कार्यवाही के लिए शासन को संतुति भेज दी । गुरुवार की दोपहर फ़िर पीएचसी पर पहुँची । स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की । उनके आने से हड़कम्प की स्तिथि रही ।
दरअसल एक जनवरी को स्टेशन गली में चाय की दुकान चला रहे वेद प्रकाश को रात्रि को दबंगों ने हॉकी डंडा से मारपीट कर रक्तरंजित कर दिया था । थाने में आवश्यक कार्यवाही के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचे तो चिकित्सकीय परीक्षण के लिए डॉक्टर नही रहा । सूचना पर पहुँचे राज्यमंत्री गिरीश यादव नाराज हो उठे । रात में ही सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह पहुँचकर शाहगंज सीएचसी से चिकित्साधिकारी बुलाकर घायल युवक का मेडिकल कराया । इस प्रकरण के बाद से ही जिला प्रशासन में खलबली मच गई । सीएमओ ने घोर लापरवाही के मामले में डॉ रमेश चंद्रा को शासन से कार्रवाई के लिए सिफारिश भेज दिया ।
मालूम होकि उक्त चिकित्सा प्रभारी हमेशा चर्चाओं में रहा है । सूत्र बताते है कि वह रात्रि में पीएचसी पर निवास के बजाए आजमगढ़ जनपद के लालगंज तहसील क्षेत्र में अपने सगे सम्बन्धी हॉस्पिटल पर निवास करता है । जिन्हें पूर्व में तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह, प्रभारी मंत्री समेत खुद राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव कई बार गंभीर शिकायत मिलने पर उन्हें फटकार लगा चुके हैं ।
मीडियाकर्मियों को देख सीएमओ ने दरवाज़ा बन्द कराया
खेतासराय(जौनपुर) गुरुवार को यहाँ पहुची सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह सीधे ओपीडी रूम पहुँची। फार्मासिस्ट अशोक यादव से उपस्थिति रजिस्टर और ओपीडी रजिस्टर माँग कर तहक़ीक़ात की । कवरेज़ करने पहुँचे पत्रकारों को देख उन्होंने दरवाजा बंद करा दिया । क़रीब 20 मिनट बाद बाहर निकली तो उन्होंने कुछ भी बोलने से गुरेज़ किया । क़यास लगाया जा रहा कि वह चिकित्सा प्रभारी रमेश चन्द्रा के प्रकरण में जाँच करने आये थी । केन्द्र पर लोग कहते दिखे अगर राज्यमंत्री रेंडम विजिट न करते तो डॉक्टरों की मनमानी सामने नही आती ।