पुलिस थाने में घायल को घंटों बैठाए रखा, मोबाइल खंगाल जांची कॉल डिटेल — मारपीट के बाद सुरेरी थाने की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

पुलिस थाने में घायल को घंटों बैठाए रखा, मोबाइल खंगाल जांची कॉल डिटेल — मारपीट के बाद सुरेरी थाने की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
सुरेरी (जौनपुर)।रामपुर निष्फी गांव में सोमवार रात करीब आठ बजे दो पक्षों के बीच कहासुनी ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। मारपीट में गांव निवासी अरविंद पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ित ने आरोप लगाया कि संजय यादव व विनोद यादव ने लाठी-डंडों से हमला कर जान से मारने की नीयत से पिस्टल तक तान दी। पीड़ित किसी तरह जान बचाकर सीधे सुरेरी थाना पहुंचे, लेकिन वहां उनकी मुश्किलें कम होने के बजाय और बढ़ गईं।
घायल को इलाज के बजाय थाने में बैठाया गया
अरविंद पटेल के अनुसार, उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी और थाने पहुंच कर मदद की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिलाने के बजाय करीब तीन घंटे तक थाने में ही बैठाए रखा। इस दौरान घायल की हालत बिगड़ती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
समर्थकों ने की शिकायत, पुलिस ने उल्टा उन्हीं को बैठाया
घटना की जानकारी मिलने पर पीड़ित के कुछ समर्थक भी थाने पहुंचे और पुलिस की कार्यशैली पर नाराज़गी जताते हुए उच्चाधिकारियों से मोबाइल पर शिकायत कर दी। आरोप है कि यह शिकायत थानाध्यक्ष राजेश कुमार मिश्र को नागवार गुज़री और उन्होंने नाराज होकर शिकायत करने आए लोगों को ही थाने में बैठा लिया।
यह भी आरोप है कि थानाध्यक्ष ने समर्थकों के मोबाइल फोन का डायल पैड चेक कर यह जानने की कोशिश की कि शिकायत किसने की है।
शिकायत के बाद ही सक्रिय हुई पुलिस
पीड़ित पक्ष का यह भी आरोप है कि पुलिस शुरू में एकतरफा कार्रवाई कर रही थी। जब तक उच्चाधिकारियों से शिकायत नहीं हुई, तब तक दूसरे पक्ष — जिन पर आरोप है — को थाने तलब नहीं किया गया। आरोप ये भी लगे कि थाने की पुलिस आरोपितों की दुकानों पर बैठती है और उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
गांव में तनाव, स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद से गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है, लेकिन किसी अप्रिय घटना से इनकार किया गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों से एक-एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
प्रभारी निरीक्षक सुरेरी, राजेश कुमार मिश्र ने कहा कि “घटना की सूचना मिलने पर दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ की जा रही है। मामले की निष्पक्ष जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।”