बेंगलुरु में दिल दहला देने वाली घटना:जौनपुर के युवक व पत्नी व दो बच्चों समेत संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव, परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग
बेंगलुरु में दिल दहला देने वाली घटना:जौनपुर के युवक व पत्नी व दो बच्चों समेत संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव, परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग
मुंगराबादशाहपुर निवासी दंपति की 2 बच्चों समेत संदिग्ध परिस्थिति में मिला शव,नगर में सनसनी, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
युवक बंगलुरू में निजी कंपनी में था सॉफ्टवेयर कंसल्टेंर
जौनपुर।मुंगरा बादशाहपुर थाना क्षेत्र के कमालपुर मुहल्ला के मूल निवासी की कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में इंजीनियर और उसकी पत्नी समेत दो नाबालिक बच्चों की संदिग्ध परिस्थिति में शव मिला। वह एक किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहता था। बेंगलुरु के सदाशिव पुलिस ने आत्महत्या बता रही है। परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के मोहल्ला कमालपुर निवासी शिव प्रसाद ऊमरवैश्य का तीन पुत्रों में दूसरे नंबर का पुत्र अनूप कुमार गुप्ता कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रहकर एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट के तौर पर काम करता था।
सोमवार की सुबह में बेंगलुरु के एक किराए के मकान में अनूप कुमार गुप्ता (38) उनकी पत्नी राखी उर्फ रिया (35)पुत्री अनुप्रिया (6)पुत्र प्रियांश (3)का शव किराए के घर में एक कमरे में संदिग्ध परिस्थिति में पाया गया है।
बंगलुरू पुलिस के मुताबिक संदेह है कि दंपति ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल आत्महत्या के पीछे का कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।
परिजनों उक्त घटना को हत्या की आशंका जताई।घटना का पता सोमवार की सुबह तब चला जब घरेलू सहायिका रेशमा काम पर आई, और बार-बार कोशिश करने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर महिला ने दरवाजा ठेला तो दरवाजा खुला हुआ था। जैसे ही घर के अंदर कमरे में जाती है तो देखी है कि पति पत्नी समेत दोनों बच्चों का शव कमरे में पड़ा हुआ था। महिला ने तुरंत इसकी इसकी जानकारी पड़ोसियों को दी।पुलिस को सूचना दी गई ।मौके पर पुलिस पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अनूप की थी अच्छी महीने की आय
अनूप के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक थी। परिजनों के अनुसार अनूप का ड्राइवर मूर्ति व रेशमा समेत दो सहायकों को हर महीने ₹15000 का वेतन मिल रहा था। और घर का किराया लगभग तीस हजार रुपए प्रति माह था। उसकी महीने की आय दो लाख रुपए थी, हालांकि सदाशिव नगर पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। परिजनों ने बताया कि अनूप कभी भी आर्थिक तंगी से नहीं थी। वह रविवार को शाम 4:00 बजे अपने बड़े भाई अमित गुप्ता को फोन कर बताया कि सोमवार को 11:00 बजे पांडिचेरी घूमने के लिए परिवार के साथ जा रहा हूं। वह बहुत खुश भी था।उसने ऐसी कोई भी समस्या नहीं बताई।
परिजनों का कहना है की घटना की हो सीबीआई जांच
परिजनों में पिता शिव प्रसाद ऊमरवैश्य, माता मंजू देवी व बड़ा भाई अमित कुमार ने अनूप की पत्नी समय दो बच्चों की आत्महत्या को गलत बताते हुए कहा कि अनूप अपने परिवार के साथ कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकता। इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए। शिव प्रसाद ऊमरवैश्य के तीन पुत्रों में अमित, अनूप व आशुतोष था। घटना की जानकारी मिलते ही घर पर लोगों के आने जाने का सिलसिला जारी है। परिजन घटना की जानकारी मिलते ही बेंगलुरु के लिए निकल चुके हैं