भाइयों को गांजा,ननद-भाभी को शराब में जेल,पुलिस का अजब खेल,करोड़ों की जमीन पर फिल्मी अंदाज में कब्जा कराने का मामला, SO समेत 4 नपे

भाइयों को गांजा,ननद-भाभी को शराब में जेल,पुलिस का अजब खेल,करोड़ों की जमीन पर फिल्मी अंदाज में कब्जा कराने का मामला, SO समेत 4 नपे
आगरा।कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिस के कारनामे लगातार सामने आ रहे हैं। इस बार करोड़ों की जमीन पर फिल्मी अंदाज में कब्जा दिलाने का मामला डीजीपी ऑफिस तक पहुंचा तो खलबली मच गई। तत्कालीन एसओ जगदीशपुरा जितेंद्र कुमार (वर्तमान एमएम गेट) सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। जमीन पर सालों से रह रहे सगे भाइयों और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ दो मुकदमे लिखे गए। पहले गांजे में सगे भाई जेल भेजे गए। उसके बाद अवैध शराब में ननद-भाभी जेल गईं। जगह खाली हो गई। बाउंड्रीवाल बन गई। गेट चढ़ गया। सीसीटीवी कैमरे लग गए। गार्ड तैनात कर दिए गए।
बेश्कीमती करीब दस हजार गज जमीन जगदीशपुरा इलाके में बैनारा फैक्ट्री के निकट बीएस कॉम्पलेक्स के पास है। वर्ष 1974 में जमीन पर दो लोगों ने पार्टनशिप में मील लगाई थी। कुछ साल बाद ही बंद हो गई। जमीन को लेकर जयपुर हाउस निवासी नेम चंद जैन का दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है। एक पक्ष ने जमीन पर कई दशक पहले केयरटेकर के रूप में रवि कुशवाह उसके भाई संकरिया कुशवाह पुत्र दीनानाथ को रख रखा था।
रवि की पत्नी पूनम और ननद पुष्पा भी वहां रहती थीं। बेश्कीमती जमीन पर नेमचंद जैन को कब्जा लेना था। वह अकेले यह काम करने में सक्षम नहीं थे। कई नामी लोग उनके साथ मिल गए। उसके बाद शुरू हुआ खेल। एक चर्चित ने इस खेल में अहम भूमिका निभाई। जमीन पर जो लोग रह रहे थे उन्हें वहां से हटाया जाना था। ताकि जमीन पर कब्जा लिया जाए।
आरोप है कि इस खेल में जगदीशपुरा पुलिस मोहरा बनी। फिल्मी अंदाज में पूरा काम कराया गया। पहला मुकदमा 26 अगस्त 2023 को एनडीपीएस एक्ट का लिखा गया। पुलिस ने मौके से रवि कुशवाह, संकरिया और जटपुरा निवासी ओमप्रकाश को पकड़ा। एक वाहन बरामद दिखाया। उसकी नंबर प्लेट फर्जी बताई गई। तीन पैकेट में नौ किलोग्राम गांजा बरामद दर्शाया गया। तीनों आरोपियों को जेल भेजा गया। मुकदमे में अरुण को फरार दिखाया गया। जो आज तक नहीं पकड़ा गया।
नौ अक्तूबर को उसी जगह आबकारी निरीक्षक ने छापा मारा। मौके पर रह रहीं पूनम और उसकी नदद पुष्पा व फुरकान को पकड़ा। जगदीशपुरा थाने में आबकारी अधिनियम का मुकदमा लिखा गया। धोखाधड़ी की धाराएं भी लगाई गईं। तीनों को जेल भेजा गया। जगह खाली हो गई। उसके बाद वहां रातों रात काम चला। जगह-जगह से टूटी पड़ी बाउंड्रीवाल बनवाई गई। उस पर पुताई कराई गई। सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। दो सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए। जमीन पर कब्जा दिलाने में मदद करने वाले नामी लोग अब वहां प्लाट काट रहे हैं।