लखनऊ:पुलिस के रोजमर्रा के कार्यों में एआई का होगा इस्तेमाल, साइबर क्राइम पर लगाएंगे लगाम: प्रशांत कुमार
पुलिस के रोजमर्रा के कार्यों में एआई का होगा इस्तेमाल, साइबर क्राइम पर लगाएंगे लगाम: प्रशांत कुमार
किसी भी प्रदेश में ज्यादा निवेश आना कानून-व्यवस्था बेहतर होने का संकेत: कार्यवाहक डीजीपी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नये कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस के रोजमर्रा के कार्यों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। तकनीक के बेहतर प्रयोग से क्राइम एनालिटिक्स और प्रोजेक्टेड पुलिसिंग होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश में ज्यादा निवेश आना कानून-व्यवस्था बेहतर होने का संकेत है। हम अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तरह लोकसभा चुनाव और महाकुंभ को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए तैयार हैं।
यूपी डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी। अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने जिस विश्वास के साथ मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है, उसे टीम वर्क से पूरा करूंगा। प्रदेश में कानून का राज कायम रखने के लिए अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का सख्ती से पालन किया जाएगा। भारत सरकार के आंकड़ों से भी स्पष्ट है कि यूपी में पिछले कुछ वर्षों के दौरान अपराध दर में कमी आई है। वैश्विक निवेश सम्मेलन में करीब 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिसका भूमि पूजन समारोह जल्द होने वाला है। इससे करीब एक करोड़ रोजगार भी सृजित होंगे। इसके अलावा ईज ऑफ डूइंड बिजनेस में भी यूपी देश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2001 से 2017 के बीच जितना विदेशी निवेश भारत में आया, उसका चार गुना बीते छह साल में यूपी में आ चुका है। बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ने का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है। पारदर्शी तरीके से एक लाख से अधिक भर्तियां हुई, जबकि 80 हजार भर्तियों की प्रक्रिया जारी है। ऑपरेशन कन्विक्शन के जरिए 25 हजार अपराधियों को सजा करायी गयी है।
यूपी 112 को मिलेंगे वाहन…
उन्होंने कहा कि यूपी 112 के बेड़े में जल्द 3200 चापहिया और 1600 दोपहिया वाहन शामिल किए जाएंगे। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत प्रदेश में पांच लाख से ज्यादा स्थानों पर 10.49 लाख से अधिक सीसीटीवी लगवाए जा चुके हैं, जिनसे महत्वपूर्ण घटनाओं का खुलासा करने में मदद मिल रही है। प्रत्येक जिले में साइबर क्राइम के थाने खोले जा चुके हैं, जहां पर हेल्पडेस्क भी बनाई गयी है।
पुलिस पूरी तरह अलर्ट….
ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी तरह अलर्ट है और दोनों समुदायों के धार्मिक नेताओं से बातचीत की जा रही है। कोर्ट के आदेश पर व्यास तहखाना खोला गया है। इसमें प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है। पुलिस सोशल मीडिया पर भी पूरी सतर्क दृष्टि बनाए हुए है। पूरे परिसर में फोर्स तैनात की जा चुकी है।