शरीर के भीतर जा रहा है जहरीला प्रदूषण दिल्ली और कोलकाता सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों
वायु प्रदूषण मानकों के अनुसार दिल्ली और कोलकाता खतरनाक पीएम 2.4 प्रदूषक तत्वों के कारण सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से हैं। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है वर्ष 2019 में पीएम-2.4 से अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में मुंबई 14वें स्थान पर थी।
दिल्ली में 105 व कोलकाता ने प्रति एक लाख लोगों में 99 लोगों की मौत के अनुमान दर्ज हैं। हांलाकि चीन के बीजिंग में प्रति एक लाख जनसंख्या पर सबसे अधिक 123मौतें दर्ज की गई थीं। शहरों की वायु गुणवत्ता से संबंधित इस रिपोर्ट में 2010 से 2019 तक के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है।
20 शहरों में से भारत के 18 शहरों में महीन प्रदूषक तत्वों से प्रदूषण में सबसे ज्यादा पीएम-2.4 में वृद्धि दर्ज हुई है, जबकि अन्य दो शहर इंडोनेशिया में दर्ज किए गए। भारतीय शहरों, कस्बों में प्रयागराज, वाराणसी, चुनार, मिर्जापुर, रामपुर, भदोही, रीवा, सतना और गोपालगंज में भी भारी वृद्धि देखी गई है।
पर्यावरण जानकारों के मुताबिक विश्लेषण के लिए सेटेलाइट से मिले डेटा और जमीनी निगरानी दोनेां को आधार बनाया गया है। रिपोर्ट ने दुनिया भर के 7,239 शहरों के आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि पीएम-2.5 में सबसे अधिक वृद्धि वाले 50 शहरों में से 41 भारत में और 9 इंडोनेशिया में हैं। दूसरी ओर, 2010 से 2019 तक पीएम 2.5 प्रदूषण में सबसे अधिक कमी वाले 20 शहरों में से सभी चीन में हैं।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की विशेषज्ञ अनुमिता रॉयचौधरी कहती हैं, दिल्ली और कोलकाता पीएम2.5 से संबंधित बीमारियों की सूची में भी छठ और आठवें स्थान पर हैं। स्वच्छ हवा बेंचमार्क को पूरा करने के लिए सबसे कड़े फैसलों के साथ समयबद्ध, सभी क्षेत्रों के साथ संयुक्त प्रयासों के साथ योजनाओं पर अमल की जरूरत है।
जानिए भारतीय शहरों को इससे भी सबक लेने की जरूरत है कि बीजिंग ने वायु प्रदूषण सुधारा फिर भी बीमारियों और ज्यादा उम्र वाली आबादी के कारण पीएम2.5 से संबंधित बीमारी का सबसे ज्यादा बोझ सह रही है। बता दें कि बढ़ती आबादी वाले शहरों में वायु प्रदूषण और भी खतरनाक है।
2.5 वृद्धि के आधार पर दस सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर दिल्ली- 110 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, वार्षिक औसत कोलकाता-84 कानो, नाइजीरिया-83.6 लिमा, पेरू-73.2 ढाका बंगलादेश-71.4 जकार्ता, इंडोनेशिया-67.3 लागोस, नाइजीरिया-66.9 कराची, पाकिस्तान-63.6 बीजिंग चीन-55 अकरा, घाना-51.9 विश्वस्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों के अनुसार पांच माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पीएम2.5 मान्य है