सांड से बचाने में बोलेरो पलटी, पांच घायल — मछलीशहर–जंघई हाइवे पर आवारा गोवंश बने खतरा
जौनपुर।
मछलीशहर–जंघई मार्ग कभी अपनी जर्जर हालत के कारण चर्चा में रहता था, अब हाईवे बनने के बाद भी यह सड़क सुर्खियों में है—बस वजह बदल गई है। सड़क पर आवारा गोवंशों की लगातार बढ़ती संख्या अब राहगीरों की जान के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। आए दिन वाहनों की टक्कर और सड़क हादसे आम बात हो गई है।

ताज़ा घटना मंगलवार शाम की है। जानकारी के अनुसार गोधना पेट्रोल टंकी से कुछ ही दूरी पर एक बोलेरो में सवार लोग प्रयागराज की ओर वापस लौट रहे थे। अचानक सड़क पार कर रहे एक सांड को बचाने के प्रयास में चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया और बोलेरो सड़क किनारे पलट गई। हादसे में बोलेरो सवार पांच लोग घायल हो गए। ये सभी लोग सेमरहो गांव में शादी का कार्ड देकर लौट रहे थे।
सूचना मिलते ही मीरगंज पुलिस मौके पर पहुँची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल भिजवाया। घायलों में राधा पत्नी त्रिभुवन पाठक (निवासी—हंडिया) को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए रेफर किया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले ही क्षेत्र के बामी गांव निवासी आकाश यादव की सांड से टक्कर हो गई थी, जिसमें उसका कंधा टूट गया था।
आवारा गोवंश बढ़ा रहे खतरा
इस हाइवे के दोनों ओर बसे गांवों के खेतों में अक्सर आवारा गोवंशों के झुंड विचरण करते हैं। रात हो या दिन—यह गोवंश अचानक सड़क पर आ जाते हैं और तेज रफ्तार वाहनों व यात्रियों की जान खतरे में डाल देते हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि गोवंशों को गौशालाओं तक पहुँचाने के लिए जिम्मेदार विभागों की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। आवारा गोवंशों की संख्या इतनी अधिक हो चुकी है कि अब इसे नियंत्रित करने के लिए
विशेष अभियान चलाने की जरूरत है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द हाइवे पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तथा आवारा गोवंशों को गौशालाओं में भेजने की ठोस व्यवस्था की जाए, ताकि लगातार हो रहे हादसों पर रोक लग सके।



