सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का लोहगाजर में हुआ आयोजन
सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का लोहगाजर में हुआ आयोजन
रिपोर्ट-मनोज कुमार सिंह
जलालपुर— क्षेत्र के लोह गाजर गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन विश्वंभर सिंह उर्फ बनारसी ने अपने भाई विनय सिंह व रणंजय सिंह के सहयोग से अपने आवास पर किया।
प्रवचन करता पंडित विद्यानंद जी महाराज ने श्रोताओं को कथा के चौथे दिन शनिवार को श्रीमद् भागवत कथा रूपी अमृत का रसपान कराते हुए कृष्ण जन्म की कथा में बताया कि कंस अपनी बहन को उसके ससुराल पहुंचाने जा रहा था। तभी आकाशवाणी हुई कि हे कंस जिस बहन को तुम इतने प्यार से पहुंचाने जा रहे हो इस देवकी के आठवें पुत्र के हाथों तुम्हारा वध होगा । इतना सुनते ही कंस ने अपनी बहन व बहनोई देवकी व वसुदेव को कारागार में डाल दिया। देवकी को बच्चे पैदा होते गए और कंस मारता गया देवकी के सातवें गर्भ को भगवान ने रोहिणी के पेट में ट्रांसफर कर दिया। जिससे बलराम जी का जन्म हुआ और देवकी के आठवें पुत्र के रूप में साक्षात् नारायण ने अवतार लिया तब सभी देवताओं ने स्तुति की। जिस समय कृष्ण का जन्म हुआ घनघोर बारिस हो रहा था, यमुना नदी में बाढ़ आ गया था, रात को 12:00 बजे कृष्ण जन्म के बाद फिर आकाशवाणी हुई की हे वसुदेव अपने पुत्र को नंद बाबा के यहां पहुंचा कर वहां से यशोदा के द्वारा पैदा हुई पुत्री को ले आओ ,इसके बाद वसुदेव ने देखा की बेड़ी के साथ-साथ कारागार के सभी दरवाजे खुलने लगे ,सभी पहरेदार सो गए, तब वसुदेव जी कृष्ण को लेकर घनघोर बारिश में किसी तरह यमुना नदी पार करके नंद बाबा के यहां जाकर यशोदा मैया के पास अपने लल्ला कृष्ण को सुलाकर वहां से उनकी पुत्री को लेकर वापस आ जाते हैं । कंस को जब आठवी संतान में पुत्री ने जन्म लिया है पता चला तो वह गुस्से से पत्थर पर उस लड़की को पटकने जा रहा था तभी लड़की उसके हाथ से निकलकर आसमान में जाकर बोली हे कंस तू हमें क्या मारेगा तुझे मारने वाला जन्म ले चुका है।
इस कथा में जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि आमोद सिंह त्रिभुवन दुबे, केदारनाथ दुबे, जयप्रकाश सिंह, रामसूरत सिंह, तहसीलदार सिंह मास्टर, भानु सिंह, डॉक्टर श्री प्रकाश सिंह, राम प्रकाश सिंह, दिनेश सिंह ,प्रभु नाथ सिंह, सुनील सिंह ,बंटू सिंह, सनी सिंह ,अमूल सिंह आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहकर कथा का रसपान किया ।