ग्रेटर नोएडा के नीमका गांव में बृहस्पतिवार शाम सड़क किनारे कुत्ते को घुमा रहे सुंदर भाटी व बलराज भाटी गिरोह के शार्पशूटर हिस्ट्रीशीटर नागेश उर्फ बिल्लोरी (36) की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। अलग-अलग बाइक पर सवार दस से अधिक नकाबपोश हमलावरों ने वारदात अंजाम दी। नागेश के भाई ने नीमका गांव निवासी चमन, देवराज, उमेश को नामजद कर कुल 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। नागेश के खिलाफ यूपी और हरियाणा में 16 से अधिक केस दर्ज हैं। पुलिस ने गैंगवार में हत्या की आशंका जताई है। वारदात के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। नागेश के भाई राजकुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नागेश अपराध छोड़कर गांव में परिजनों के साथ खेतीबाड़ी कर रहा था। वह कुत्ते को घुमाने के लिए जेवर-खुर्जा मार्ग पर निकला था। जैसे ही वह गांव से जेवर की तरफ तालाब के पास पहुंचा तो चार-पांच बाइक पर सवार होकर 10 से 12 नकाबपोश बदमाश नागेश के पास पहुंचे और ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। नागेश मौके पर ही ढेर हो गया।
शरीर पर दिखे गोलियों के कई निशान
अस्पताल में पहुंचे ग्रामीणों ने शव को देखने के बाद बताया कि सीने के बायीं तरफ दो, कमर व बाएं पैर में तीन, चेहरे पर दो और पेट व सीने पर भी गोलियों के निशान थे। आरोपियों ने सबसे पहले नागेश के पैर पर गोली मारी। इससे नागेश भाग नहीं पाया।
14 अप्रैल को गाजियाबाद में पकड़ा, जुलाई में जेल से छूटा
नागेश को अंतिम बार 14 अप्रैल को गाजियाबाद पुलिस ने हथियार तस्कर मेरठ निवासी आकाश, गाजियाबाद के राहुल कुमार और नितेश डागर के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपियों के कब्जे से चार पिस्टल, दो तमंचे, देसी-विदेशी 79 कारतूस व 50 हजार रुपये बरामद किए गए थे। तीनों आरोपी नागेश को हथियार व कारतूस की डिलीवरी के लिए आए थे। आरोपियों ने एक पिस्टल राकेश मार्ग स्थित तरनजीत गन हाउस पर ठीक करने की जानकारी दी थी। छापे में गन हाउस संचालक कारतूसों का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका था। इसके बाद अवैध असलाह की मरम्मत आदि के आरोप में गन हाउस सील कर दिया गया था।
सात साल पहले जुलाई 2015 में नोएडा एसटीएफ ने गभाना से नागेश को साथी विनोद व विशाल के साथ गिरफ्तार किया था। दावा किया गया था कि आरोपी पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह के करीबी पूर्व फौजी ठाकुर महेंद्र सिंह की हत्या के इरादे से वहां पहुंचे थे। दिसंबर 2019 में जेवर के ही गांव में नागेश पर छेड़छाड़ व फायरिंग का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया गया था।
पांच दिन पहले जेल से छूटे गिरोह के शूटर पर शक
एक बड़े गिरोह का शार्पशूटर पांच दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया है। इस बदमाश अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात का शक जाहिर किया जा रहा है। हालांकि, इस बदमाश को एफआईआर में नामजद नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस आरोपी के संबंध में पड़ताल में जुटी है। ये भी आशंका जताई जा रही है कि अगर गिरोह के बदमाश का वारदात में हाथ है तो ये हत्याकांड जिले में एक बार फिर गैंगवार का संकेत हो सकती है।
आरोपियों की गिरफ्तारी व पहचान के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। हाल ही में जेल से छूटे बदमाश के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है।