2 राजनयिक समेत 20 लोगों की मौत ,Kabul में रूसी दूतावास के बाहर फिदायीन धमाका

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास के बाहर बम धमाके में 20 लोगों की मौत हो गई. मारे गए लोगों में दो रूसी राजनयिक भी शामिल हैं. बम धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. चारों-तरफ धुआं फैल गया. जानकारी मिल रही है कि एक फिदायीन हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया. ब्लास्ट अफगानिस्तान में रूसी एम्बेसी के बाहर हुआ, जहां लोग वीजा के लिए इंतजार कर रहे थे.
फिलहाल सुरक्षा अधिकारियों ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है. जानकारी के मुताबिक फिदायीन हमलावर को टारगेट तक पहुंचने से पहले ही रूसी एम्बेसी (तालिबान) के गार्ड्स ने गोली मारी. लेकिन तभी उसने खुद को उड़ा लिया, जिसमें 20 लोग मारे गए. इनमें 2 रूसी राजनयिक भी शामिल हैं.
रूस उन कुछ देशों में से एक है जिसने एक साल से अधिक समय पहले तालिबान के देश पर कब्जा करने के बाद काबुल में एक दूतावास बनाए रखा है. हालांकि मॉस्को ने आधिकारिक तौर पर तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है, लेकिन वे अधिकारियों के साथ पेट्रोल और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति के समझौते पर बातचीत कर रहे हैं.
इससे पहले शनिवार को अफगानिस्तान में दक्षिणी हेलमंद प्रांत के नाद अली जिले में विस्फोटक उपकरण फटने से तीन बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए थे. सभी पीड़ित एक धार्मिक स्कूल के छात्र थे.
उससे पहले काबुल के पुलिस जिले 17 में हुए एक विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए थे. टोयोटा कोरोला कार में विस्फोटक उपकरण रखे हुए थे. यह विस्फोट अफगानिस्तान से अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना की वापसी की पहली बरसी के मौके पर हुआ था.
तालिबान की ओर से संचालित प्रशासन ने अमेरिका के पूर्व मुख्य सैन्य अड्डे बगराम में अमेरिकी सेना की हार और उनके अफगानिस्तान से हटने की पहली वर्षगांठ मनाई, जहां प्रशासन ने एक सैन्य परेड की व्यवस्था करके अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया.