7 साल के मासूम का मिला शव, घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल … पढ़िए यह दुखद ख़बर

उत्तर प्रदेश – बागपत में 7 साल के मासूम का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक मासूम 5 दिन पूर्व ट्यूशन से घर लौटते वक्त लापता हो गया था। हत्या का आरोप मृतक के चाचा और चचेरे भाई पर है। जिन्होंने महज 5 मिनट में अपहरण कर 10 मिनट में शौर्य को मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने दादा की पेंशन की रकम हड़पने के लिए इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया था। फ़िलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया है। दरअसल, मासूम के कत्ल की यह पूरी वारदात थाना खेकड़ा क्षेत्र के फखरपुर गांव की हैं। जहां बीते 15 दिसंबर की शाम ट्यूशन से घर लौटते वक्त 7 साल का मासूम शौर्य लापता हो गया था। जिसके बाद पुलिस को एक सीसीटीवी में शौर्य आता दिखाई दिया था। और इसी आधार पर उसकी तलाश में पुलिस और परिजन दिन रात लगे थे। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज के साथ साथ ड्रोन और डॉग स्क्वायड टीम भी लगी हुई थी। लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली थी। वही 5 दिन बाद देर रात गांव के ही बाहर एक जंगल से पुलिस ने शौर्य का एक गड्ढे से शव बरामद किया। वही इस घटना के बाद से क्षेत्र में भी सनसनी फैली हुई हैं।
शौर्य का सुराग बताने वालों के लिए 50 हजार ईनाम की घोषणा
इतना ही नहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी शौर्य की तलाश की जा रही थी। लोग तमाम सोशल साइटों पर बच्चे की बरामदगी के लिए फोटो वायरल कर रहे थे। इतना ही नहीं बागपत पुलिस ने मासूम शौर्य का पता बताने वाले को ₹50000 का इनाम देने की भी घोषणा कर दी थी। साथ ही कहा गया था कि जो बच्चे का सुराग देगा उसकी पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी। जिसको लेकर बकायदा प्रेस नोट भी जारी किया गया था।
वही मृतक शौर्य की हत्या के पीछे की वजह बेहद ही चौंकाने वाली हैं। जहां अपनों ने ही रिश्तो का कत्ल कर दिया। मासूम शौर्य की हत्या का आरोप उसी के चचेरे भाई अक्षित चाचा विनीत और उसके साथी डैनी पर हैं। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व शोर्य के दादा रिटायर होकर आए थे। जिसमें उन्हें पेंशन की भारी-भरकम रकम मिली थी। जिसे पाने के लिए बाप- बेटों ने यह खौफनाक साजिश रची और मासूम शौर्य का पहले तो अपहरण कर लिया और फिर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं हत्या के बाद आरोपियों की मंशा थी कि शौर्य के परिवार से फिरौती के रूप में अच्छी खासी रकम वसूली जाए।
पुलिस के मुताबिक शौर्य को बाइक पर बैठने का बेहद शौक था और यह बात उसका चचेरा भाई अक्षित अच्छे से जानते था। और वह अपने दोस्त डैनी के साथ बाइक पर बैठा कर घुमाने का लालच देकर शौर्य को साथ ले गए। जिसके बाद उन्होंने गांव से बाहर जाते ही बड़ी ही बेरहमी से शौर्य की हत्या कर दी। शौर्य के गर्दन पर रस्सी के निशान बने हुए हैं। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेरहम कातिलों ने एक मासूम को कितनी दरिंदगी से मारा होगा। इसी के बाद उन्होंने उसकी हत्या कर स्कूल बैग सहित उसकी लाश गड्ढे में छिपा दी।
वही एसपी बागपत नीरज जादौन के मुताबिक घटना के दिन पुलिस को एक सीसीटीवी मिला था। जिस की गहनता से जांच चल रही थी, और उसी के आधार पर पुलिस को मृतक के चाचा विनीत व चचेरे भाई अक्षित पर शक गया। जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। जिसमें यह खुलासा हुआ कि उसी ने अपने पिता और एक साथी के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया हैं। एसपी बागपत के मुताबिक हत्यारे इतने शातिर थे कि महज 15 से 20 मिनट में इस वारदात को अंजाम दिया। जिसमें 5 मिनट में अपहरण कर 10 मिनट के भीतर शौर्य की हत्या कर दी। यही नहीं बल्कि पुलिस की आंख में धूल झोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर बच्चे की तलाश भी करवा रहे थे। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है और उन्हें उनके गुनाहों की सजा दिलाने की तैयारी में जुट गई है।