जौनपुर।कोटेदार ने लगाया अधिकारियों पर 50,000 रुपए मांगने का आरोप
कोटेदार ने लगाया अधिकारियों पर 50,000 रुपए मांगने का आरोप
जौनपुर । सुईथाकला विकासखंड क्षेत्र के पालिया गांव के कोटेदार अशोक कुमार बिंद ने बगैर किसी शिकायत और बिना किसी पूर्व सूचना के राशन की अचानक जांच करने पहुंचे एआरओ पंकज सिंह तथा पूर्ति निरीक्षक राकेश कुमार यादव पर ₹50000 मांगने का आरोप लगाया है।
प्रकरण राशन के कोटे की जांच मामले से जुड़ा हुआ है कोटेदार के अनुसार जिसमें एआरओ तथा पूर्ति निरीक्षक अचानक बिना बताए कोटा की जांच करने पहुंचे थे।
कोटेदार का आरोप है कि जिस कमरे में राशन का स्टॉक था वहां जांच ना करके ऐसे कमरे में जांच करने पहुंच गए जहां राशन का स्टॉक नहीं था और फोटो खींचकर कोई कार्रवाई न होने की बात कह कर चले गए। इस मामले के पीछे कोटेदार ने धन उगाही की आशंका जताई है।
आरोप है कि उपरोक्त अधिकारियों ने स्टॉक ना होने की बात कहते हुए ₹50000 रुपए की मांग की अन्यथा कोटा निलंबित कर दिया जाएगा किंतु कोटेदार ने पैसा देने से इनकार कर दिया जिससे मांग ना पूरी होने पर नाराज अधिकारियों ने मुकदमा पंजीकृत करवा दिया और कोटा निलंबित हो गया।
उपरोक्त मामले के खिलाफ कोटेदार ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर न्याय की गुहार लगाई थी जिस के संबंध में उच्च न्यायालय ने जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को निष्पक्ष जांच करने के संबंध में निर्देशित किया था।
आरोप है कि उपरोक्त अधिकारियों ने सादे कागज पर कोटेदार तथा गांव के मंगला प्रसाद से हस्ताक्षर करवा लिए और यह भी नहीं बताया गया कि उनसे हस्ताक्षर किस लिए करवाया गया।
हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन के क्रम में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जांच अधिकारी नामित किया जिसके मामले को लेकर जांच टीम कोटेदार के घर पर जांच करने पहुंची। कोटेदार ने जांच अधिकारियों की निष्पक्ष जांच पर संतोष व्यक्त किया है।
जांच अधिकारियों द्वारा पर्याप्त राशन का स्टॉक पाया गया।आरोप है कि अधिकारियों द्वारा राशन वितरण में प्रयुक्त मशीन को भी उठवा कर ले जाया गया जिसे अभी तक वापस नहीं किया गया।
ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की गई तो गांव के लोगों का कहना है कि कोटेदार द्वारा समय-समय पर नियमानुसार यूनिट के हिसाब से राशन वितरित किया जाता है।
उपरोक्त मामले के बारे में पूर्ति निरीक्षक राकेश कुमार यादव से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि राशन की अनियमितता के संबंध में शिकायतें प्राप्त हो रही थी जिस के संबंध में जांच की गई तो जांच में पाया गया कि राशन नहीं है। उन्होंने लगाए गए सारे आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताते हुए मामले को सिरे से खारिज किया है ।