UP:कानपुर में आपसी भाईचारे की मिसाल,मंदिर और मस्जिद का एक द्वार,साथ होती है आरती और अजान
कानपुर में आपसी भाईचारे की मिसाल,मंदिर और मस्जिद का एक द्वार,साथ होती है आरती और अजान
उत्तर प्रदेश के कानपुर में टाटमिल चौक में आपसी भाईचारे की मिसाल देखने को मिलती है. इस चौक पर एक हनुमान मंदिर बना हुआ है, जिसके साथ ही मस्जिद भी है. दिलचस्प बात ये हैं कि इस मस्जिद में जाने के लिए मंदिर के द्वार से ही होकर गुजरना पड़ता है. सालों से यहां हिन्दू-मुस्लिम दोनों संप्रदायों के लोग मिलकर अपनी-अपनी अराधना करते हैं.
कानपुर के इस हनुमान मंदिर और एक मस्जिद है का एक ही प्रवेश द्वार है. मंदिर के पुजारी ने बताते हैं कि “दोनों समुदायों के लोगों की सहयोग से यहां पर आरती और अजान दोनों होती है.”
देश में जहां एक तरफ हनुमान चालीसा और अजान को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है, ऐसे में ये मंदिर आपसी भाईचारे और प्रेम की शानदार मिसाल पेश करता है. मंदिर के पुजारी ने कहा कि “हम समग्रता में विश्वास करते हैं और हम सभी यहां शांति से रहते हैं, कभी किसी तरह की कोई घटना नहीं हुई.”
यहां बनी मस्जिद के सामने ही माता रानी की लाल पताका लहराते हुए दिख सकती हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से अजान की आवाज आती है.
यहां बनी मस्जिद के सामने ही माता रानी की लाल पताका लहराते हुए दिख सकती हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से अजान की आवाज आती है.
मस्जिद में नमाज अदा करने आने वाले ओवैस ने बताया, “मंदिर और मस्जिद दोनों में एक आम प्रवेश द्वार है, हमें मंदिर को पार करना है और फिर मस्जिद में प्रवेश करना है.
उन्होंने कहा कि वो पिछले 3-4 साल से इस मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए आते हैं. यहां पर दोनों समुदायों के बीच भाईचारे की भावना है. उन्हें यहां पर आज तक कोई परेशानी नहीं हुई. एबीपी न्यूज