पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के फैसले व झारखंड सीएम सोरेन के पैंतरे से ढीला पड़ा लालू के लाल तेजस्वी यादव का हौसला
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के फैसले व झारखंड सीएम सोरेन के पैंतरे से ढीला पड़ा लालू के लाल तेजस्वी यादव का हौसला
लखनऊ।राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार का सियासी माहौल पिछली बार से इस बार बदला-बदला सा नजर आ रहा है।खासकर विपक्ष में बिहारी अस्मिता के नाम पर यशवंत सिन्हा के लिए न तो कोई उल्लास और न इसके लिए बेचैनी नजर आ रही है कि नीतीश कुमार ने एक गैर बिहारी को समर्थन क्यों दिया है।पिछली बार ऐसा नहीं था।संयुक्त विपक्ष की राष्ट्रपति प्रत्याशी मीरा कुमार को लेकर राजद काफी उत्साह दिखा रहा था।प्रत्याशी चयन से लेकर प्रचार तक कांग्रेस के साथ लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की बड़ी भूमिका थी।लालू प्रसाद ने कई बार नीतीश कुमार से बिहारी प्रत्याशी के नाम पर मीरा कुमार के लिए सार्वजनिक तौर पर समर्थन भी मांगा था,लेकिन इस बार राजद में पिछला वाला उत्साह नजर नहीं आ रहा है।
लोग अचंभित है कि ऐसा क्यों हो रहा है।दरअसल राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में बसपा मुखिया व यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खड़े होने से और आदिवासी सियासत के पैरोकार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की दुविधा ने लालू के लाल तेजस्वी यादव के हौसले को बहुत कमजोर किया है। द्रौपदी मुर्मू के एनडीए की प्रत्याशी बनने से पहले राजद भी अति सक्रिय था।विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक में भी भागीदारी थी। यहां तक कि यशवंत सिन्हा के नाम आने पर बिहारी अस्मिता के नाम पर लालू के लाल तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर समर्थन का दबाव बनाया था,लेकिन अब चुप्पी साध ली है।साफ है कि द्रौपदी मुर्मू के महिला और आदिवासी होने के के कारण राजद की दुविधा बढ़ गई है। मायावती ने मुर्मू को खुला समर्थन देकर लालू के लाल तेजस्वी की इस दुविधा को और बढ़ा दिया है।
न निगल पा रहे न उगल पा रहे
हालांकि इतना तो साफ है कि राजद विपक्ष का साथ छोड़ने नहीं जा रहा है।राजद हर हाल में यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट करेगा।फिर भी दलित और पिछड़े के नाम पर सियासत करने वाले लालू प्रसाद यादव के उत्तराधिकारी तेजस्वी के सामने द्रौपदी मुर्मू के नाम पर धर्मसंकट तो है ही।समर्थन का तो सवाल ही नहीं है,लेकिन विरोध का रास्ता भी नजर नहीं आ रहा है। लिहाजा मध्य-मार्ग का सहारा लिया जा रहा है। इसके पहले तेजस्वी ने नीतीश कुमार को भी राष्ट्रपति चुनाव में उतरने की सलाह दी थी और कहा था