साल 2022 में इन तीन तरीकों से अच्छा पैसा बना सकते हैं, पढ़िए पूरी खबर विस्तार से…….
इन्वेस्टमेंट करने का सही तरीका —
साल 2021 कोरोना के बीच मिला-जुला साल साबित हुआ. एक तरफ जहां बिजनेस वापस पटरी पर आने के लिए संघर्ष करते दिखे वहीं, फाइनेंशियल मार्केट्स और क्रिप्टोकरेंसी के लिए ये बीता साल अच्छा रहा. रिटेल इक्विटी निवेशकों की संख्या में रिकॉर्ड उछाल आया. म्यूचुअल फंड में रिकॉर्ड निवेश आया.
पिछले साल भारतीय बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी नयी बुलंदियों पर पहुंचे. पेटीएम, जोमैटो, न्याका और पॉलिसीबाजार जैसी 63 कंपनियों ने 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह एक साल में आईपीओ के दौरान जुटाई गई सबसे ज्यादा रकम है. मगर क्या सिर्फ शेयर बाजार ही है, जहां से पैसे बनाए जा सकते हैं. शेयर बाजार सहित 3 बढ़िया ऑप्शन हैं, जिनसे आप 2022 में पैसा बना सकते हैं.
शेयर मार्किट —
अच्छी क्वालिटी वाले ब्लू-चिप या मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक भी तगड़ा रिटर्न दे सकते हैं. मगर आपका निवेश लंबे समय के लिए होना चाहिए. ये अवधि कम से कम 3-5 साल का होना चाहिए. भारतीय अर्थव्यवस्था महामारी से रिकवर कर रही है और विभिन्न क्षेत्रों में कई सुधार अगले कुछ वर्षों में अच्छी क्वालिटी वाली कंपनियों के शेयर की कीमतों को ऊंचाई पर पहुंचा सकते हैं.
राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस)
यह एक केंद्र सरकार की योजना है जिसका मकसद रिटायरमेंट के बाद आपको एक स्थिर इनकम प्रोवाइड करना है. पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) इसे मैनेज करती है, जो भारत में पेंशन फंड्स की रेगुलेटिंग बॉडी है. एनपीएस एक हाइब्रिड इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जो इक्विटी और डेब्ट दोनों में निवेश करती है.
एनपीएस में निवेश करने से आपको जीवित रहने तक एक निश्चित मासिक पेंशन मिलेगी और सेवानिवृत्ति के समय एकमुश्त राशि भी मिलेगी. आप एनपीएस से मैच्योरिटी राशि का अधिकतम 60 फीसदी पैसा एकमुश्त निकाल सकते हैं और बाकी पैसे से जीवन बीमा कंपनी से एक एन्युटी खरीदनी होगी.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (एससीएसएस)
एससीएसएस में 1,000 रुपये के गुणकों में अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है. इस योजना में ब्याज हर तिमाही पर मिलता है ताकि यह नियमित आय की आवश्यकता को पूरा कर सके. एससीएसएस खाता पांच साल में मैच्योर होता है जिसके बाद कोई इसे तीन साल के ब्लॉक के लिए एक बार फिर बढ़ाया जा सकता है. छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती के बावजूद, एससीएसएस पर चालू तिमाही के लिए 7.4 फीसदी की दर की पेशकश की जा रही है.