राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मसूरी से बेहद लगाव था। मसूरी में वह स्वतंत्रता आंदोलन की धार को तेज करने भी आया करते थे। उन्होंने यहां सिल्वर्टन ग्राउंड में जनसभा के साथ ही प्रार्थना सभाएं कीं और लोगों को अहिंसा का पाठ पढ़ाया था ।
महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा में भी मसूरी शहर का जिक्र किया है। उन्होंने यहां लोगों से स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने की भी अपील की थी। स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए वह यहां कई बड़े नेताओं के साथ बैठकें भी किया करते थे।