आप बचपन से सुनते आ रहे होंगे कि जल ही जीवन है। पानी के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। इंसान से लेकर कीड़े-मकोड़े और यहां तक कि पेड़-पौधों तक हर जीव के लिए पानी बहुत जरूरी है। हमारे जीवन के सभी कार्य जल पर निर्भर हैं।
पर्यावरण प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों की कमी के कारण लोगों के लिए साफ पानी मिलना मुश्किल हो गया है। कई लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। गंदा पानी पीने से टाइफाइड, पीलिया, हैजा समेत कई गंभीर बीमारियां होती हैं। इस कारण साफ पानी पीना जरूरी है। यहां इसके बारे में कुछ विस्तृत जानकारी दी गई है।
साफ पानी उबालता है?
डॉक्टर बीमारियों से बचाव के लिए फ़िल्टर्ड पानी या उबला हुआ पानी पीने की सलाह देते हैं। सुरक्षित पेयजल प्राप्त करने का सबसे पुराना तरीका उबलते पानी है। पानी को उबालने का मुख्य उद्देश्य उसमें मौजूद कीटाणुओं को नष्ट करना होता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पानी उबालने से उसमें मौजूद सूक्ष्म जीव, वायरस और बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। पानी को उबालने से इसमें लेड, आर्सेनिक, मैग्नीशियम और नाइट्रेट जैसी अशुद्धियां निकल जाती हैं, जो खतरनाक हैं। हालाँकि, यह पानी नल के पानी की तुलना में बहुत साफ है। यह पानी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जाता है।
क्या फिल्टर्ड पानी ज्यादा फायदेमंद होता है?
उबला हुआ पानी की तुलना में शुद्ध या फ़िल्टर्ड पानी पीने के लिए अधिक सुरक्षित माना जाता है। वाटर प्यूरीफायर पानी से सभी बैक्टीरिया, वायरस और केमिकल को हटा देता है।
प्रौद्योगिकियां हैं जो पानी को पीने योग्य बनाने के लिए पूरी तरह से फिल्टर करती हैं। छना हुआ पानी उबले हुए पानी से ज्यादा कारगर साबित होता है। फिल्टर्ड पानी पीने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। अगर आपके पास पानी को फिल्टर करने के लिए प्यूरीफायर नहीं है, तो आप उबला हुआ पानी भी पी सकते हैं। सेहत के लिए कौन सा पानी ज्यादा फायदेमंद होता है उबला हुआ पानी या छना हुआ पानी?