लखनऊ :एक महिला अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली। ठेकेदार,जानिए पूरा मामला क्या है |
खनऊ में एक ठेकेदार ने एक महिला अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली। ठेकेदार लखनऊ गोमतीनगर के शिप्रा अपार्टमेंट का रहने वाला था। जानकारी के अनुसार लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र के ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह ने शुक्रवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। घर के अंदर फंदे पर उनका शव लटकता हुआ मिला।
ठेकेदार प्रशांत के कमरे से एक सुसाइड नोट भी प्रात हुआ है। जिसमें प्रशांत ने पीडब्ल्यूडी में नियुक्त एक महिला अधिशाषी अभियंता पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। महिला अधिशाषी अभियंता ने सात महीने पहले इंदिरानगर थाने में ठेकेदार के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया हुआ था। जिसमें ठेकेदार प्रशांत जेल भी गयाआरोप, अधिशाषी अभियंता करती थी रुपयों की मांग
आरोप लगाने पर प्रशांत के जेल से छूट कर आने के बाद से महिला अधिशाषी अभियंता लगातार रुपयों की मांग कर रही थी। वहीं महिला अधिकारी परेशान करने और घर बर्बाद करने की धमकी लगातार देती रही। नोट में आरोप लगाया कि अधिकारी उसे समाज में मुंह दिखाने लायक न छोड़ने की धमकी दे रही थी। इंस्पेक्टर गोमती नगर विस्तार ने कहा कि ठेकेदार पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले में वह जेल भी गया था। ठेकेदार के परिजनों ने अभी तक किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है। पुलिस सुसाइड नोट के तथ्यों सहित विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही है। ठेकेदार के परिजन जो भी तहरीर देंगे उसके आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
बेटे को दूसरे कमरे में भेज लगाई फांसी
जब ठेकेदार प्रशांत के छोटे भाई स्वतंत्र विजय सिंह ने कहा कि शुक्रवार की रात को भाई अपने कमरे में थे। भतीजा राघव कमरे पढ़ाई कर रहा था। प्रशांत, राघव से बोले कि अब मैं सोने जा रहा हूं, तुम दूसरे कमरे में जा करके पढ़ाई करो। इसके बाद भाई ने दरवाजा बंद कर लिया। मध्य रात्रि को भाभी नितिशा ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। नितिशा का शोर सुन करके घर के अन्य लोग भी आ गए। लोगों ने खिड़की से अंदर देखा तो प्रशांत पंखे से चादर के सहारे फंदे पर लटका हुआ था। आनन-फानन में दरवाजा को तोड़ करके प्रशांत को फंदे से उतार कर अस्पताल लेकर गया। जहां पर डाॅक्टरों ने उसे मृत बताया। प्रशांत के परिवार में दो बेटे और पत्नी हैं।
सुसाइड नोट में लिखा दर्द
स्वतंत्र विजय के अनुसार भाई प्रशांत ने महिला पर आरोप लगाते हुए सुसाइड नोट लिखा कि मैंने ऐसा क्या कर दिया था जिसकी सजा तुमने और तुम्हारे पिता ने इतनी बड़ी दी। मुझे अब क्यों परेशान कर रही हो।स्वतंत्र विजय का आरोप है कि भाई को महिला अधिशाषी अभियंता ने झूठे केस में फंसाया। वह भाई को ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग किया करती थी। प्रशांत लाखों रुपये महिला अधिकारी को दे चुके थे।