रामलीला मंचन : हनुमान ने अभिमानी रावण की लंका में लगाई आग, दर्शकों ने लगाए जय श्रीराम के नारे
रामलीला मंचन : हनुमान ने अभिमानी रावण की लंका में लगाई आग, दर्शकों ने लगाए जय श्रीराम के नारे
श्री रामलीला कमेटी गुड़हाई में लंका दहन लीला का किया गया मंचन
रिपोर्ट-विक्की कुमार गुप्ता
मुंगरा बादशाहपुर। श्री रामलीला कमेटी गुड़हाई की ओर से आयोजित रामलीला के बारहवें दिन कलाकारों ने सीता की खोज व लंका दहन की लीला का मंचन बड़ी ही मनोरम ढंग से किया।
लंका दहन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सभासद आलोक कुमार गुप्ता (पिंटू) ने भगवान श्री राम आरती उतार कर आशीर्वाद लिया।
रहे।भगवान श्रीराम ने वानर राज सुग्रीव से सीता की खोज करने को कहा। सुग्रीव ने जामवंत, हनुमान, नल, नील व अंगद आदि वानर सेना को सीता की खोज करने का आदेश दिया।
प्रभु राम ने हनुमान को बुलाया और मुद्रिका (अंगूठी)दी। वानर सेना सीता की खोज के लिए चारों दिशा में चल पड़ी।
समुद्र किनारे बैठे हनुमान चिंता में दिखाई दिए तो जामवंत ने हनुमान के बल को याद दिलाया। बल याद आते ही हनुमान सीता की खोज में लंका के लिए उड़ जाते हैं।
जब हनुमान जी समुंद्र के ऊपर से जा रहे होते हैं तो आगे बढ़ने पर सुरसा हनुमानजी का रास्ता रोक लेती है।
अनुनय विनय के बाद भी बात न बनने पर सुरसा के मुख का फैलाव 32 योजन होते ही हनुमान जी सूक्ष्म रूप धर प्रवेश कर, बाहर आ जाते हैं।
सुरसा उनकी बुद्धि की प्रशंसा करने के साथ ही रामकाज पूर्ण करने का आशीर्वाद देती है।
मच्छर रूप धारण कर लंका में प्रवेश करते ही सुरक्षा में तैनात लंकिनी उनका रास्ता रोकती है। उनके घूंसे के एक वार से ही लंकिनी मुख से खून उगल देती है।
कुटिया से राम-राम की आवाज सुन हनुमान अंदर जाते हैं और सामने विभीषण को पाते हैं।
ब्राह्मण वेष हनुमान का परिचय पाते ही विभीषण प्रणाम करते हैं और माता सीता का पता बताते हैं। अशोक वाटिका पहुंचे हनुमान सीता पर रावण द्वारा किए जा रहे अत्याचार से व्यथित हो जाते हैं। हनुमान माली और अक्षय कुमार को मार देते हैं।
इसके बाद खाना खाने के समय उत्पात मचाने के चलते मेघनाथ हनुमान को बांध कर रावण के दरबार में लाया जाता है तो अहंकारी रावण हनुमान जी की पूंछ में आग लगाने का आदेश देता है।
लेकिन पल भर में हनुमान जी रावण की लंका को जलाकर राख करते हैं। समाजसेवी आर्किटेक्ट उमाशंकर गुप्ता ने रामलीला मंच निर्माण में लगने वाले निर्माण सामग्री देने की घोषणा की।
रामलीला कलाकारों में हनुमान देवी प्रसाद गुप्त (गुड्डू), राम विश्वास , लक्ष्मण सूरज, रावण कुलदीप , विभीषण श्याम जी मुन्ना , अक्षय शिवम, मेघनाथ रिशु, सुग्रीव दिनेश व जामवंत राकेश ने भूमिका निभाई। मंच का संचालन राजीव गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर चेयरमैन शिव गोविंद साहू, अध्यक्ष पशुपतिनाथ गुप्त, सभासद आलोक कुमार गुप्ता, बिजेंदर जायसवाल, उमाशंकर गुप्ता,रंजीत गुप्ता, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता व शिवप्रसाद गुप्त (सीके)आदि लोग मौजूद रहे।