कौन थी श्रद्धा…. आफताब से कब और कहां मिली! पढ़िए इश्क से कत्ल तक की खूनी कहानी…. कैसे प्रेमी बन गया जल्लाद……
कौन थी श्रद्धा…. आफताब से कब और कहां मिली!
पढ़िए इश्क से कत्ल तक की खूनी कहानी…. कैसे प्रेमी बन गया जल्लाद……
देश की राजधानी दिल्ली से एक ऐसे सनसनी शॉकिंग मर्डर केस का खुलासा हुआ है, जिसे जान पुलिस तक के रोंगटे खड़े हो गए। इतना ही नहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने हत्या के आरोपी के लिए कहा कि ऐसे दरिंदे को कड़ी सजा हो।
दिल्ली । एक बार मिले तो दोस्ती हो गई, दूसरी बार नजरें टकराई तो चाहत बढ़ गई। दोनों के बीच दोस्ती से शुरू हुआ ये रिश्ता कब मोहब्बत में बदल गया कुछ पता ही नहीं चला। कुछ ऐसी ही इश्क की कहानी है श्रद्धा और आफताब की*।
चंद दिनों में वे एक-दूसरे को इतना प्यार करने लगे थे कि साथ जीने-मरने की कसमें खा चुके थे। इतना ही नहीं जब परिवार ने उनकी मोहब्बत का विरोध किया परिवार क्या शहर ही छोड़ दिया और लिव-इन में रहने लगे।
लेकिन एक दिन जी-जान से चाहने वाले इसी आशिक आफताब ने अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसे इनती भयानक मौत दी की जिसने भी सुना उसकी रूह कांप गई। अब पुलिस इस हत्याकांड में जो खुलासे कर रही है वह दिल दहला रहे हैं।
दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा……
दरअसल, दरिंदे आफताब ने पुलिस की निगरानी में जुर्म कबूलते हुए अपनी इश्क की जो खूनी दास्तान बयां की है वो रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
कैसे उसने लड़की को मारा और उसके 36 टुकड़े कर फ्रिज में रखे। फिर रोजाना रात दो बजे इन लाश के टुकड़ों को शहर के अलग अलग इलाक़ों में फेंकने जाता था।
आरोपी ने 18 मई यानी 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर श्रद्धा की आरी से काटकर हत्या कर दी थी। फिर शव के टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज भी खरीद लिया।
इतना ही नहीं आरोपी इतना शातिर था कि किसी को लाश की बदबू ना आए इसके लिए रोजाना सुबह-शाम सेंट वाली अगरबत्ती भी लगाता। पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया । जज ने आरोपी से पूछताछ के लिए 5 दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
2019 में मुंबई के एक कॉल सेंटर में हुई थी पहली मुलाकात……..
26 साल की श्रद्धा और आफताब दोनों की पहली मुलाकात 2019 में मुंबई के एक कॉल सेंटर में हुई थी। इसी कॉल सेंटर से इनकी दोस्ती शुरू हुई और दोनों एक-दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने शादी तक का फैसला कर लिया।
लेकिन श्रद्धा और आफताब दोनों के ही परिवार वाले इस रिश्ते से राजी नहीं थे। उन्होंने साफ कह दिया था कि तुम्हारी शादी नहीं हो सकती है। पर प्यार जब परवान चढ़ता है तो सारे बंधन तोड़ देता है। ठीक इसी तरह इन्होंने भी अपने प्यार की खातिर परिवार तो क्या मुंबई ही छोड़ दी। इसके बाद वह दिल्ली आ गए और महरौली के एक फ्लैट में लिव इन में रहने लगे।
कौन थी श्रद्धा वाकर जिसका आशिक ने किया कत्ल……..
बता दें कि श्रद्धा का पूरा नाम श्रद्धा वाकर है, वह मूल रूप से महाराष्ट्र के पालघर जिले की रहने वाली है, पालघर में ही उसका पूरा परिवार रहता है। जबकि वह मुंबई के मलाड इलाके में मौजूद एक मल्टीनेशन कम्पनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। यहीं से उसकी मुलाकात आफताब अमीन पूनावाला से हुई थी।
इस वजह से आफताब ने श्रद्धा की हत्या………
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने गुनाह कबूल करते हुए बताया कि श्रद्धा उसपर लगातार शादी का दबाव बना रही थी। वह रोजाना सुबह से लेकर शाम तक बस एक ही बात कहती थी की शादी कर लो। इसी बात को लेकर हमारे बीच आए दिन विवाद होता था।
वहीं पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी दोस्ती थी, जिनको लेकर श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। जब श्रद्धा ने इस बारे में पूछा तो उसने सिरे से खारिज कर दिया। 18 मई की रात भी दोनों के बीच इन्हीं सब बातों को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद आफताब ने अपनी प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी।
ऐसे हुआ 6 महीने पहले हुए कत्ल का खुलासा……..
आफताब से प्यार करने के बाद श्रद्धा ने अपने माता-पिता से सारे रिश्ते खत्म कर लिए थे। वह कभी भी उनसे बात नहीं करती थी।
लेकिन श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से कॉन्टैक्ट में थी उसके साथ वो सारी बातें शेयर करती। इसके अलावा श्रद्धा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थी और अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती थी।
परिजनों को सोशल मीडिया के जरिए भी बेटी के बारे में जानकारी लगती रहती थी। साथ ही श्रद्धा का दोस्त लक्ष्मण भी उसके बारे में माता-पिता को जानकारी देता था। फिर मई के महीने से श्रद्धा ने सोशल मीडिया पर कोई नई तस्वीर पोस्ट नहीं की ना ही दोस्त का फोन उठाया तो परिजनों को किसी अनहोनी का शक हुआ।
फिर श्रद्धा के पिता विकास वाकर बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा मिला। इसके बाद उन्होंने महरौली पुलिस में बेटी के गायब होने की शिकायत लिखवाई। फिर पिता की शिकायत पर पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार कर लिया और सारी कहानी सामने आ गई।