फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाला शिक्षक बर्खास्त

फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाना पड़ गया महंगा,
फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाला शिक्षक बर्खास्त
यूपी/महराजगंज। फर्जी तरीके से काम करना पड़ गया महंगा महराजगंज जिले के निचलौल क्षेत्र के बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय में बतौर सहायक अध्यापक तैनात मऊ जनपद निवासी राजाराम गोंड का जाति प्रमाण पत्र फर्जी मिला है। शनिवार को उसको बर्खास्त कर दिया गया। रकम की रिकवरी भी की जाएगी। आरोपी शिक्षक पर केस भी दर्ज कराया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, शिक्षक राजाराम गोंड का 28 अक्टूबर 2013 को निर्गत अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र संख्या 62113500 0074 को तीन अप्रैल को निरस्त कर दिया गया था। इस आधार पर शिक्षक की सेवा से बर्खास्तगी हुई है। बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय के ही एक सहायक अध्यापक विनय कुमार सिंह ने हाईकोर्ट में सहायक अध्यापक राजाराम गोंड निवासी दादनपुर पिड़सुई, अमिला, तहसील-घोसी जनपद मऊ के अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र को याचिका संख्या 38714 के माध्यम से चुनौती दी थी। जनपदीय प्रमाण-पत्र सत्यापन समिति ने शिकायतकर्ता विनय कुमार सिंह व आरोपी सहायक अध्यापक राजाराम गोंड की ओर से उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के अवलोकन व परीक्षण के बाद यह पाया कि अभिलेखों में राजाराम गोंड के परिजनों को कहार जाति का दर्शाया गया है जो कि अन्य पिछड़ा वर्ग में आता है। साक्ष्यों के आधार पर समिति ने आरोपी सहायक अध्यापक राजाराम गोंड व रामप्रवेश गोंड पुत्रगण मोतीचंद के पक्ष में जारी अनुसूचित जनजाति के प्रमाण-पत्र को इस श्रेणी के अंतर्गत न पाए जाने के कारण निरस्त करते हुए शिकायतकर्ता की शिकायत को निस्तारित कर दिया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षक अगस्त 2014 में नियुक्त हुआ था। उसे बर्खास्त करते हुए रिकवरी की जाएगी। केस भी दर्ज कराया जाएगा।